मथुरा में शौर्य यात्रा निकाली : देवकीनंदन महाराज बोले- गोली मारो गद्दारों को
मथुरा में विश्व हिंदू परिषद की शौर्य यात्रा में कथा वाचक देवकी नंदन महाराज ने कहा- अयोध्या हुई हमारी, अब मथुरा की बारी। हम अब्दुल कलाम और रसखान की विचारधारा के साथ हैं। उनका सम्मान करते हैं, लेकिन जो बाबर की विचारधारा से विचार मिलाएगा, वो देशद्रोही हैं। इनको वहां भेज देना चाहिए, जहां से बाबर आया था। या जहां अभी वो है। ऐसे गद्दारों को गोली मार देनी चाहिए।
उन्होंने कहा- ऐसे लोगों को देश में रहने की इजाजत नहीं है। मैं इतना कहूंगा कि बाबर देश का शत्रु था। ये सब जानते हैं। बाबर ने सिर्फ देश पर आक्रमण नहीं किया था, बल्कि देश की आत्मा पर आक्रमण किया था। अब बताइए हमारे मंदिर तोड़ दिए जाएं और हमसे भाईचारे की आशा की जाए। मैंने कई बार कहा- तुम तीन जगह हमें दे दो, अगर भाईचारा निभाना चाहते हो तो।
इससे पहले शौर्य यात्रा मसानी स्थित वेद मंदिर से शुरू हुई। शहर के विभिन्न मार्गों से होकर निकली यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को’ की नारेबाजी के बीच देवकीनंदन महाराज ने कहा- ऐसे लोगों को देश में रहने की कोई इजाजत नहीं है। सब जानते हैं कि बाबर ने सिर्फ देश पर आक्रमण नहीं किया था, बल्कि देश के आत्मा पर आक्रमण किया था।
अब बताइए हमारे मंदिर तोड़ दिए जाएं, और हमसे भाईचारे की आशा की जाए।
मैंने कई बार कहा, तुम तीन जगह हमें दे दो, अगर भाईचारा निभाना चाहते हो तो। एक भाई देवबंद में बैठे हैं। आजकल उनकी तबीयत भी वैसी है, जैसी उनकी जुबान है।
वो बार-बार हम लोगों को टारगेट करते रहते हैं। लेकिन उनसे पूछो- देवबंद जहां आप बैठे हो। क्या कभी आपने कहा, कि 100 करोड़ हिंदू यहां रहते हैं इस देश में। इनकी आस्था राम में है, इनकी आस्था कृष्ण में है और इनकी आस्था शिव में है। कम से कम इनके स्थानों को जहां से इनकी आस्था है, उस स्थान को छोड़ देना चाहिए। ये कभी कहा उन्होंने।
और जब बाबरी टूट गई, तो कहते हैं ये बहुत बुरा हुआ।
आज शौर्य यात्रा से कह रहा हूं कि याद रखिए अभी भी कुछ समय है तुम्हारे पास। कुछ महीनों में तैयारी कर लो भाईचारा निभाने की।
या तो काशी-मथुरा प्यार से दे दो, नहीं तो जैसे अयोध्या लिया है, हम शौर्यवीर वैसे ही मथुरा-काशी लेकर रहेंगे।

