Paytm पेमेंट्स बैंक को झटका, फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने ठोका ₹5.49 करोड़ का जुर्माना
दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक्शन के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. यानी पीपीबीएल (Paytm Payments Bank) लगातार चर्चा में है.आरबीआई (RBI) की ओर से लगाए गए प्रतिबंध के अलावा पेटीएम पेमेंट्स बैंक को अब एक और झटका लगा है. दरअसल, पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) की गाज गिरी है.
एफआईयू ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है. फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने पाया कि कई संस्थाओं ने आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अकाउंट्स का इस्तेमाल किया.
गौरतलब है कि आरबीआई ने 29 जनवरी को आदेश जारी करते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने का आदेश दिया था. हालांकि बाद में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च, 2024 तक राहत दे दी.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने इस्तीफा दे दिया था. शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और बोर्ड मेंबर का पद छोड़ दिया था. इसके साथ ही बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को पुनर्गठित किया गया है.
बता दें कि आरबीआई के एक्शन के बाद 9 फरवरी को पेटीएम ने कहा था कि मार्केट रेगुलेटर सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन की अगुवाई में एक ग्रुप एडवाइजरी कमिटी बनाई है. यह कमिटी इसे कंप्लॉयंस और रेगुलेशन पर सलाह देगी. 3 सदस्यों की इस कमिटी में आईसीएआई (ICAI) के पूर्व प्रेसिडेंट एमएम चिताले और आंध्रा बैंक के पूर्व सीएमडी आर रामचंद्रन हैं.