श्रावस्ती : मदरसे में नोट छापकर 5 बीवियों को बांटता था मैनेजर
श्रावस्ती में नकली नोट छापने वाले एक मदरसा मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। वह मदरसे में नकली नोट छापता था। मदरसे के मैनेजर की 5 पत्नियां हैं। इनमें एक मदरसा टीचर है। वह नकली नोट बीवियों को बांटता था, जो इन्हें मार्केट और आसपास के शहरों में खपाया करती थीं। बुधवार को पुलिस और एसओजी टीम ने नकली नोट छापने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ किया।
पुलिस ने हरदत्त नगर गिरन्ट में लक्ष्मणपुर इलाके के एक मदरसे में छापेमारी की। यहां से 5 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 34,500 रुपए के नकली नोट और 14,500 रुपए के असली नोट बरामद किए। साथ ही 1 प्रिंटर, 2 लैपटॉप और इंक की बोतलें जब्त कीं। पुलिस ने जिन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनमें तीन बहराइच और दो श्रावस्ती जिले के हैं।
SP घनश्याम चौरसिया ने बताया- एक आरोपी को बहराइच से पकड़ा गया था। उसके पास से कुछ नकली नोट बरामद हुए। उनकी निशानदेही पर 4 अन्य को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से भी नकली नोट बरामद हुए। इनकी निशानदेही पर मल्हीपुर की मस्जिद, जिसका नाम मदरसा फजरुलनबी हैं। उसके मैनेजर को पकड़ा गया। उसके पास से कलरफुल प्रिंटिंग मशीन बरामद हुई। इससे वह नकली नोट छापता था। गिरोह के लोग रात के अंधेरे में गुटखा, सब्जी और जनरल स्टोर की दुकानों पर ये 100-200 और 500 के नोट चलाते थे।
SP ने बताया कि मुबारक अली उर्फ नूरी गैंग का सरगना है। जिसकी पांच बीवियां हैं। वह अलग-अलग जगहों पर रहकर नकली नोट खपाने का काम करती हैं। इसकी एक पत्नी गंगापुर के मदरसा फैजुर्रनबी व दूसरी बहराइच शहर के जामिया नूरिया मस्जिद में टीचर है।
मदरसे के एक कमरे में नकली नोट छापने की मशीन लगा रखी थी। गैंग में जमील अहमद, धर्मराज शुक्ला, रामसेवक और अवधेश कुमार पांडेय हैं। जमील पर दो केस पहले से दर्ज हैं। जबकि रामसेवक पर बहराइच कोतवाली नगर में दो व नानपारा में एक मामला दर्ज है। अवधेश कुमार के खिलाफ सोनवा में और मुबारक अली पर गोंडा के खरगूपुर में आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ASP प्रवीण कुमार यादव ने बताया- आरोपी मुबारक अली ने यूट्यूब से नकली नोट बनाना सीखा। नकली नोट बनाने में अच्छी क्वालिटी का कागज इस्तेमाल करते थे। इसे लैपटॉप व प्रिंटर के सहारे निकालते थे।