Sonam Raghuwanshi: सोनम ने राजा की हत्या कर लाश को खाई में फेंका
राजा रघुवंशी मर्डर केस की कहानी जितनी रहस्यमयी है, उतनी ही हैरान करने वाली भी. पुलिस जैसे-जैसे सच के करीब पहुंचने की कोशिश कर रही है, मामला और उलझता जा रहा है. पहले पुलिस को लग रहा था कि सिर्फ सोनम ने तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था, लेकिन अब शिलॉन्ग पुलिस को लगने लगा है कि हत्याकांड में 5 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं. शिलॉन्ग पुलिस के डीआईजी डेविड एनआर मार्क ने राजा रघुवंशी मर्डर केस का वो सच बताया है जो हैरान कर देगा. उन्होंने बताया कि इस केस को सुलझाने की पहली और सबसे चौंकाने वाली कड़ी मिली एक मंगलसूत्र और एक अंगूठी से. जी हां, एक सूटकेस में रखे मंगलसूत्र और रिंग ने शिलांग पुलिस को वो सुराग दिया जिसने पूरी कहानी की दिशा ही बदल दी.
डीआईजी ने बताया कि जब राजा की हत्या की खबर सामने आई तो पुलिस को पहले लगा ये एक अज्ञात केस है. शायद कोई एक्सिडेंट या गुमशुदगी का मामला हो. लेकिन जब जांच की गई, तो उसी होटल में एक सूटकेस बरामद हुआ जिसमें सोनम का मंगलसूत्र, एक रिंग और कुछ कपड़े थे. यह देखकर हम चौंक गए. क्योंकि हमारे मन में यही सवाल आया कि अगर सोनम अपने पति राजा के साथ हनीमून पर शिलांग आई थी, तो फिर वो अपना मंगलसूत्र सूटकेस में क्यों छोड़कर घूम रही थी? यहीं से पुलिस को पहली बड़ी लीड मिली. किसी भी शादीशुदा महिला का ऐसा करना असामान्य था, खासतौर पर जब वो हनीमून ट्रिप पर हो. पुलिस को शक हुआ कि शायद सोनम खुद गायब नहीं हुई, बल्कि राजा की हत्या में शामिल थी.
दूसरी बड़ी लीड खून से सनी शर्ट
पुलिस को हत्या वाली जगह से एक सफेद शर्ट भी मिली. उस पर खून के धब्बे थे लेकिन हैरानी की बात ये थी कि शर्ट फटी नहीं थी. अब यहां से पुलिस को दूसरी बड़ी बात समझ में आई, अगर ये शर्ट सोनम की थी और उसके साथ भी कुछ गलत हुआ होता, तो शर्ट पर संघर्ष के निशान यानी फटने या खिंचने के निशान जरूर होते. पर ऐसा कुछ नहीं मिला. यानी सोनम को न कोई जबरदस्ती हुई, न कोई हमला। इससे साफ हुआ कि सोनम खुद पूरी घटना में शामिल थी. पुलिस की शुरुआती थ्योरी थी कि ये कपल शादी के बाद शिलांग घूमने आया था लेकिन जैसे-जैसे सबूत सामने आते गए, कहानी बदलती गई. राजा की लाश खाई में मिली, सोनम का कोई अता-पता नहीं था. मोबाइल की लोकेशन और डाटा से पता चला कि दोनों आखिरी बार साथ देखे गए थे. होटल के रजिस्टर में दोनों के नाम दर्ज थे लेकिन सोनम ने चेकआउट के बाद ट्रेन पकड़ी और इंदौर चली गई. राजा की हत्या के बाद भी सोनम पूरी तरह सामान्य तरीके से गुवाहाटी गई और वहां से सफर करके इंदौर लौट गई.
DIG डेविड एनआर मार्क के मुताबिक, हमने जब सूटकेस खोला और उसमें सोनम का मंगलसूत्र देखा, तभी शक और गहराया। यही चीजें हमें बताती हैं कि ये कोई हादसा नहीं, प्लान किया गया मर्डर था. मंगलसूत्र सिर्फ एक गहना नहीं था, वो इस केस का पहला चुपचाप बोलने वाला गवाह बन गया. अब तक की पुलिस जांच में साफ पता चलता है कि सोनम ने राजा की हत्या के बाद लाश को खाई में फेंकने में मदद की. उसके मोबाइल की लोकेशन हत्या वाली जगह से मेल खाती है. उसने खुद कबूल किया कि वो हत्या में शामिल थी. अब ये मंगलसूत्र और रिंग—इस केस की पहली और सबसे मजबूत कड़ी साबित हो रहे हैं.