Latest

नोएडा में किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों की वार्ता फेल

किसान 10 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को नोएडा में 6 जगहों पर महापंचायत कर रहे हैं। करीब 250 किसानों ने नोएडा प्राधिकरण को घेर लिया। जबकि गलगोटिया अंडरपास पर 100 से ज्यादा ट्रैक्टर से 1000 से ज्यादा किसान पहुंचे हैं।

इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग जगह एकत्र हुए हैं। किसानों ने यहां पर खाने पीने की भी पूरी व्यवस्था कर रखी है। महिलाएं भी महापंचायत स्थल पर पहुंची हैं। किसानों की 6 जगहों पर महापंचायत से पूरे नोएडा और ग्रेटर नोएडा पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। सारे प्रमुख रास्तों पर किसानों का कब्जा हो गया है।

नोएडा प्राधिकरण का घेराव भारतीय किसान यूनियन (मंच) के बैनर तले किया जा रहा है। जबकि गलगोटिया अंडरपास पर किसान एकता संघ और भारतीय किसान यूनियन के लोग शामिल हो रहे हैं। वहीं भारतीय किसान परिषद ने अपने आपको इस आंदोलन से अलग रखा है।

किसानों का कहना है कि मांगे पूरी होने तक डटे रहेंगे

किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं। तो वह लोग यहां पर अनिश्चितकालीन धरने के लिए आए हैं। इसी लिए राशन से लेकर खाना-पानी सभी की व्यवस्था हमने पहले ही कर ली है। महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंची हैं। जिससे हम आंदोलन को और अधिक धार दे सकें।

इन 6 स्थानों पर एकत्र हो रहे किसान नोएडा विकास प्राधिकरण यमुना विकास प्राधिकरण गलगोटिया यूनिवर्सिटी का कट स्पोर्ट्स सिटी का वीआईपी गेट सलारपुर अंडरपास रौनिजा अंडरपास

मंगलवार को भारतीय किसान परिषद के प्रतिनिधिमंडल की बैठक नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम के साथ हुई थी। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने बताया कि बैठक में किसानों की समस्याएं रखी गई थी। जिसमें 5क के बाद 5ख व 5ग कर किसानों के नाम खतौनी में दाखिल करने का मुद्दा उठाया गया।

जिसपर सीईओ नए जिला अधिकारी के स्तर से हस्ताक्षर कराकर प्रकरण को एक माह के भीतर निस्तारित करने का वादा किया। एक महीने में पांच प्रतिशत प्लाट लगाने का आश्वासन दिया गया।

इस मामले में सीईओ ने कहा कि जल्द ही प्रमुख सचिव औद्योगिक से बातचीत कर कर गवर्नमेंट ऑर्डर जारी करवाया जाएगा। खलीफा ने कहा कि यदि इसी तरह किसानों के हितों के लिए काम होते रहेंगे तो वह प्राधिकरण के साथ सहयोग करेगा।

किसानों ने ओएसडी से कहा-कागज के साथ आए तभी वार्ता होगी। हम अनिश्चित काल के लिए यहां धरना देंगे। पहले दौर की किसानों और अधिकारियों के बीच वार्ता फेल हो गई है। किसानों का कहना है कि वे सीईओ से ही बात करेंगे। वार्ता विफल होने के बाद अधिकारी वापस लौट गए हैं।

नोएडा अथॉरिटी के ओएसडी क्रांति शेखर मौके पर मौजूद हैं। वे किसानों से इस समय वार्ता कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी वे वापस नहीं जायेंगे।

Umh News india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *