उन्नाव के हिस्ट्रीशीटर अंशु गुप्ता ने कोर्ट में किया सरेंडर
उन्नाव के चर्चित हिस्ट्रीशीटर अंशु गुप्ता ने शनिवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। उस पर फर्जी पासपोर्ट बनवाने और रंगदारी मांगने जैसे गंभीर आरोपों में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने हाल ही में उस पर 5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सरेंडर के दौरान कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
पुलिस जांच में सामने आया था कि अंशु गुप्ता ने गलत पते और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाया था। इस मामले में गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए थे। बढ़ते दबाव को देखते हुए आखिरकार उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया।
अंशु गुप्ता पर व्यापारियों और आम लोगों से रंगदारी मांगने और धमकाने के आरोपों में भी एफआईआर दर्ज हैं। पुलिस लगातार दबिश दे रही थी, लेकिन उसके राजनीतिक संबंधों के चलते वह लंबे समय तक गिरफ्त से बाहर रहा।
अंशु गुप्ता का नाम एक विधायक से करीबी को लेकर अक्सर चर्चा में रहता रहा है। इसी राजनीतिक संरक्षण के चलते वह अब तक पुलिस कार्रवाई से बचता रहा, लेकिन हाल के मामलों ने उस पर शिकंजा कस दिया। अंशु के खिलाफ उन्नाव के विभिन्न थानों में मारपीट, जानलेवा हमला, अवैध वसूली, शस्त्र अधिनियम, धमकी और पासपोर्ट फर्जीवाड़े जैसे मामलों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड में वह एक घोषित हिस्ट्रीशीटर है।
पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि अंशु गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। इनाम घोषित करने के बाद उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही थी, लेकिन उसने स्वयं कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अब सभी मामलों में कानूनी कार्यवाही की जाएगी।