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UP : दलित युवक से जूता चटवाया, पीड़ित बोला- अपहरण कर जंगल में पीटा

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रायबरेली में युवक को पीटने और जूता चटाने का वीडियो सामने आया है। यहां कार सवार दबंग युवक को जंगल में ले गए और जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद दबंगों ने जूते को जीभ से चटवाया। यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के सवैया राजे गांव का है।

यहां के रहने वाले अमन सिंह बाइक से बाजार जा रहे थे। इस दौरान कार सवार दबंगों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इसके बाद दबंग पीड़ित युवक को कार में बैठाकर जंगल ले गए। जहां लात-जूतों से जमकर पिटाई की। उन्होंने युवक को जूता भी चटवाया। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर 12 नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। यह वीडियो करीब 20 दिन पुराना बताया जा रहा है।

पीड़ित ने पुलिस को दी तहरीर में बताया- मैं बाइक से घर जा रहा था। थाना ऊंचाहार क्षेत्र में रामचंद्रपुर आरा मशीन के पास जान से मारने की नीयत से PUNCH कार से मुझे पीछे से टक्कर मारी गई। इससे मैं गिर गया। कार के पीछे एक बोलेरो भी थी, जिसमें 4 से 5 लोग बैठे थे। बोलेरो और PUNCH से छोटू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह, पिंकू सिंह उर्फ योगेश सिंह, दीपक सोनी, उदित सिंह, विपिन सिंह, सचिन सोनी, मनी सोनी, रूपचंद अग्रहरि, आयुष और तीन अज्ञात लोग नीचे उतरे। इन लोगों ने मुझे जबरन कार में बैठा लिया। मेरी बाइक सड़क के किनारे पड़ी रही।

कनपटी पर असलहा लगाकर धमकी दी ये लोग मेरा अपहरण कर वहां से लगभग 5 किलोमीटर दूर चढ़राई से पिछवाड़ा चौराहे की तरफ ले गए। गाड़ी में बैठे लोगों ने पहले मुझे जमकर मारा-पीटा और गालियां दीं। इसके बाद बोलेरो और कार दोनों सुनसान रास्ते पर ले गए। वहां मुझे गाड़ी से उतारकर डंडे और लात-घूसों से मारा-पीटा।

उन लोगों ने मुझसे अपना जूता चटवाया और मारपीट का वीडियो बनाया। इसके बाद दोबारा मुझे कार में बैठाया और मारपीट करते हुए कनपटी पर असलहा लगा दिया। बोले- घटना के बारे में किसी से कुछ बताया तो जान से मार दूंगा। मुझे गाड़ी में बैठे हुए स्थानीय लोगों ने देख लिया। कुछ लोगों ने मेरे घर वालों को सूचना दे दी।

पुलिस ने अपहरणकर्ता से छुड़ाया इसके बाद मेरी मां ऊंचाहार थाने गई और मुझे बचाने की गुहार लगाई। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को चढ़राई टोल प्लाजा के पास रोक लिया। तब जाकर मेरी जान बच सकी। पुलिस मुझे ऊंचाहार थाने ले आई। वहां मैंने अपने अपहरण की पूरी कहानी सुनाई।

लेकिन, अपहरणकर्ताओं की राजनीतिक पकड़ और धन-बल के आगे मेरी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। मैं काफी डर गया और घर छोड़कर चला गया। इसके बाद आज अपने घर लौटा हूं।

ऊंचाहार थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया- मामला संज्ञान में आते ही आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अमन सिंह के खिलाफ भी ऊंचाहार थाने में मारपीट जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं।

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