वडोदरा हादसा: नाव पलटने से 12 छात्रों और 2 शिक्षकों की मौत
वडोदरा. वडोदरा की हरणी झील में सैर पर निकले छात्रों की एक नाव पलट गई. इसमें 12 छात्रों समेत 2 अध्यापकों की मौत हो गई है. जबकि करीब 10 अन्य छात्र घायल हो गए हैं. इसके साथ ही सात छात्रों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. शुरुआती जानकारी के मुताबिक नाव में 4 शिक्षकों समेत 23 बच्चे मौजूद थे. गौरतलब है कि कई लोग अभी भी लापता हैं. शुरुआती जानकारी के मुताबिक छात्र हरणी झील में स्कूल ट्रिप पर आए थे और यह हादसा हो गया. घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर समेत आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. इसके अलावा बचाव दल भी मौके पर पहुंच गया है. कई 6 छात्रों को झील से निकाला गया है.
इस मामले में वडोदरा की मेयर पिंकी सोनी ने कहा कि पर्यटक बच्चों और शिक्षकों की नाव पलट गई है. अस्पताल में तैयारियां कर ली गई हैं. बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया है. बताया गया कि वह नाव एक निजी स्कूल के 27 छात्रों और टीचरों को ले जा रही थी, जिनमें से किसी ने भी कथित तौर पर लाइफ जैकेट नहीं पहना था. वडोदरा शहर की हरणी झील का प्रबंधन वडोदरा नगर निगम (VMC) के साथ अनुबंध के मुताबिक कोटिया फर्म करती है. घटना के वक्त नाव में कुल 23 बच्चे और 4 शिक्षक सवार थे. वीएमसी के अग्निशमन विभाग ने झील पर बचाव अभियान चलाया. बच्चे न्यू सनराइज स्कूल के थे.
10 से 11 छात्रों को निकाला गया: दमकल अधिकारी
वडोदरा के मुख्य दमकल अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट का कहना है कि वडोदरा अग्निशमन विभाग की सभी 6 टीमें मोटनाथ झील पर पहुंच गई हैं. निकाले गए छात्रों को अब जानवी अस्पताल में भेज दिया गया है. अब तक 10 से 11 बच्चों को बचाया जा चुका है. घटनास्थल पर दमकल विभाग ने उन्हें सीपीआर भी दिया और छात्रों को आगे के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भेज दिया गया है.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने वडोदरा में नाव पलटने की घटना पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है. जो लोग मारे गए हैं उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं. इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 10 लोगों को बचाया गया है. सरकार ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं.