वाराणसी : देवकीनंदन ठाकुर बोले- हर सनातनी व्यक्ति के चार से पांच बच्चे होने चाहिए
वाराणसी के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज की कथा का आज आखिरी दिन है। व्यास पीठ से देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि पहले 33 कोटी देवी-देवता थे, लेकिन अब हर दिन एक देवता प्रकट हो जाता है। मैंने एक खबर सुनी कि यहां 115 साल पुराना स्कूल है।
वहां वफ्फ बोर्ड ने नोटिस पहले भेजा और जब देखा की मामला बढ़ गया है तो उसने नोटिस वापस ले लिया। हम सभी छात्र नेताओं के लिए जोरदार ताली बजाते हैं जिन्होंने उन्हें नोटिस वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया।
नोटिस वापस हुआ तो मजार क्या कर रहा वहां देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- जब नोटिस वापस हो गई तो वहां पर मजार क्या कर रहा है। कुरान में लिखा है कि जबरदस्ती किसी जमीन पर कब्जा कर नमाज पढ़ा जाता है तो वह नमाज स्वीकार नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से यह कहना चाहेंगे कि उनको उस जगह से उठाकर किसी और जगह पहुंचा दें। अगर कोई स्कूल-कॉलेज है तो वह पढ़ने की जगह है। वहां पर बच्चों को प्रेम से पढ़ने दिया जाए। ऐसी व्यवस्था प्रशासन को करनी चाहिए।
हर सनातनी के हो 4 बच्चे देवकीनंदन ठाकुर ने व्यास पीठ से कहा – हर सनातनी व्यक्ति के चार से पांच बच्चे होने चाहिए। इस बात को आप लोग नोट कर लें और इसे मजाक में मत लें।
उन्होंने कहा कि इसे अगर आप मजाक समझ रहे हैं तो आने वाले समय में यह हिंदुस्तान, हिंदुस्तान नहीं बचेगा। क्योंकि अगर आप हम दो हमारे दो की सोच के साथ चलेंगे, तो आने वाले समय में उन्हें रहने कौन देगा। आप बांग्लादेश को देख लीजिए, क्या वहां रहने दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन दुष्टों की विचारधारा को समाप्त करने के लिए जो चाहते हैं कि हिंदुस्तान को हिंदुस्तान ना रहने दिया जाए। इनके प्लान को खत्म करने के लिए जब तक जनसंख्या नियंत्रण बिल ना आ जाए, तब तक हर सनातनी के घर में चार बच्चे होने चाहिए।
भागवत ग्रंथ संस्कारों की यूनिवर्सिटी है देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि जो चीज आपके स्कूल में नहीं पढ़ाई जाती, वह भागवत ग्रंथ में दी गई है। यह संस्कारों की यूनिवर्सिटी है। इस ग्रंथ में हर समस्या का समाधान है। उन्होंने कहा कि हर घर में यह ग्रंथ रहना चाहिए और समय मिले तो सब लोग इस ग्रंथ को पढ़ें और इसके विचारों को अपने जीवन में उतारे।
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक बार फिर सनातन बोर्ड के गठन को लेकर आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड के गठन से 90% समस्याओं का समाधान हो जाएगा। जिस प्रकार से प्रसाद में मिलावट का खेल खेला गया, अनेक धार्मिक स्थलों पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है।