दिन में शादी, रात में जेवर ले उड़ी दुल्हन, 2 दुल्हनों ने करवा चौथ का व्रत रखा
अलीगढ़ में लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है। यहां दो युवकों की शादी बिहार की रहने वाली लड़कियों से कराई गई। एक ने करवा चौथ से एक दिन पहले मंदिर में शादी की। दूसरे ने करवा चौथ वाले दिन कोर्ट मैरिज की। दोनों दुल्हनों ने करवा चौथ का व्रत रखा। पूरे दिन अपने-अपने ससुराल में रहीं।
शाम में जेवर पहनकर सजधज कर करवा चौथ का त्योहार मनाया। दोनों ने रात में परिवार को नशीली दवाई खिला दी। रात में सब हो गए तो दोनों ससुराल में मिले जेवर लेकर फरार हो गईं। सुबह जब परिवार के लोगों को वह दोनों नहीं मिलीं, तो उन्हें सच पता चला। पुलिस को सूचना दी गई। पीड़ित परिवारों ने पूर्व मेयर शकुंतला भारती से मिलकर मदद की गुहार लगाई है।
यह दोनों ही शादी दलालों के माध्यम से हुई थी। दलालों ने दोनों शादी करवाने के लिए फीस भी ली थी। कुछ रकम नकद तो कुछ मोबाइल से ऑनलाइन लिए थे। पीड़ित युवकों के पास इस लेनदेन का सबूत भी मौजूद है। दोनों दुल्हन 3-3 लाख रुपए के गहने भी ले भागी हैं। दोनों मामलों में पुलिस से शिकायत की गई है।
यह मामला अलीगढ़ शहर और इग्लास कस्बे का है। इग्लास में मुकेश गुप्ता नाम के एक दलाल ने दो युवकों प्रतीक शर्मा और प्रेम कुमार के परिवार से संपर्क किया। यह दोनों ही युवक अविवाहित थे। प्रतीक अलीगढ़ शहर की एक फैक्ट्री में मजदूरी करता है। प्रेम अपने गांव में मजदूरी करता है।
परिवार के लोग इन दोनों की शादी कराना चाह रहे थे। कायदे का रिश्ता नहीं मिल रहा था। दलाल मुकेश गुप्ता ने इनके परिवार को भरोसे में लेकर शादी कराने की गारंटी दी। उसके लिए बाकायदा प्रतीक के परिवार से 1 लाख 20 हजार रुपए और प्रेम के पिता से 1 लाख रुपए लिए। उसके बाद दोनों की शादी बिहार की युवतियों से कराई।
प्रेम की शादी के लिए पिता नेकचंद ने रजामंदी दी। प्रतीक की शादी इग्लास में रहने वाली उसकी बहन ने तय की। फिर मुकेश की मौजूदगी में दोनों की शादी हुई। प्रेम की शादी मनीषा नाम की युवती से 8 अक्टूबर को इग्लास के एक मंदिर में कराई गई। उसके बाद 10 अक्टूबर को कोर्ट में शादी पंजीकृत कराई। प्रतीक की शादी 9 अक्टूबर को शोभा नाम की युवती से कराई गई।
शादी के बाद दोनों ही युवतियां दुल्हन बनकर अपनी-अपनी ससुराल पहुंचीं। 10 अक्टूबर को ही करवा चौथ था तो दोनों ने पूरी रीति-रिवाज के साथ ही करवा चौथ का व्रत रखा। ससुराल में उन्हें श्रृंगार के लिए जेवर मिला। दोनों ने उसे पहना। शाम में तय समय पर दोनों के पतियों ने व्रत तुड़वाया। रात में खाना खाकर सभी सो गए।
इसके बाद रात करीब 3 बजे दोनों ही अपने-अपने ससुराल से निकल भागीं। प्रेम की पत्नी मनीषा रात 3:40 बजे घर का दरवाजा खोलकर भाग गई। उसी के आसपास प्रतीक की पत्नी छत से साड़ी के सहारे कूद कर भागीं। सुबह दोनों ही परिवार को खुद के साथ हुए धोखे की जानकारी हुई।
दलाल ने वसूली मोटी रकम, ऑनलाइन मंगाए रुपए दोनों युवक की शादी कराने के लिए दलाल मुकेश गुप्ता ने उनके परिवार से मोटी रकम ली। प्रतीक से 1 लाख 20 हजार रुपए लिए। इसमें से 68 हजार रुपए ऑनलाइन लिए। बाकी की रकम 52 हजार अलग-अलग समय पर नकद लिया। प्रेम के पिता नेकचंद से मुकेश गुप्ता ने 1 लाख रुपए लिए। यह रकम ऑनलाइन ली गई। ऑनलाइन रकम भेजने का रिकॉर्ड दोनों परिवार के पास मौजूद है।
ऑनलाइन रकम अफजल खान नाम के व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कराए गए थे। रकम पहुंचने के बाद बिहार से दो युवतियां बुलाई गईं। फिर दोनों की शादी कराई गई। करवा चौथ की रात में भागी दोनों दुल्हन का मोबाइल नंबर बंद है। शादी कराने वाला मुकेश गुप्ता भी फरार है।
प्रतीक बोला, शादी के नाम पर धोखा हुआ अलीगढ़ शहर के रहने वाले प्रतीक ने बताया कि दलाल मुकेश गुप्ता ने इग्लास में रहने वाली मेरी बहन से मिलकर मेरी शादी तय की थी। पैसे लेने के बाद 9 अक्टूबर को लड़की दिखाई गई। उसी दिन लड़की को घर ले आए। वहीं शादी हुई। अगले दिन करवा चौथ का व्रत रखा।
रात में जब सभी लोग सो गए, तो उसकी पत्नी छत पर जाकर साड़ी की मदद से नीचे कूदी और भाग गई। सुबह उठने पर वह नहीं मिली। साड़ी बंधी मिली तो पूरा मामला पला चला। पुलिस से शिकायत की है। सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।