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हनी सिंह के नए गाने पर क्यों लगा अश्लीलता का टैग, क्या है विवाद की वजह?

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Honey Singh Bhojpuri Song Maniac Controversy: हनी सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं. उनके गाने ‘मैनियैक’ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इस गाने में हनी सिंह ने ‘दिदिया के देवार चढ़वले बाटे नजरी’ गाने के बोल भी इस्तेमाल किए हैं, जिसे बिहार की रागिनी विश्वकर्मा ने गाया है. हनी सिंह के गाने पर अश्लीलता के आरोप लग रहे हैं. इस गाने के आउट होने के बाद से एक बार फिर से भोजपुरी गानों पर अश्लीलता का टैग लगाया जा रहा है.

भोजपुरी भाषा को अश्लील कहना कितना सही?
भोजपुरी भाषा और अश्लीलता से जुड़े सवालों को लेकर Umh News पहुंचा मशहूर कवि डॉक्टर गोरख प्रसाद मस्ताना के पास. उन्होंने कहा कि अश्लील शब्द खुद में ही अश्लील है, लेकिन सिर्फ भोजपुरी भाषा को टारगेट करना बार-बार और इस पर अश्लीलता चस्पा देना यह गलत है. यह भोजपुरी भाषा के साथ अन्याय है. भोजपुरी भाषा बहुत विशाल भाषा है, जिसमें खंड है, काव्य है और महाकाव्य है. अब तो पीएचडी भी लोग भोजपुरी भाषा में करने लगे हैं. ऐसे में हिंदी बॉलीवुड गानों में भी लोगों को अश्लीलता नजर आनी चाहिए. सिर्फ भोजपुरी भाषा को अश्लील बोलकर एक खास गाने के लिए टारगेट करना गलत है.

इस पर कवि और भोजपुरी भाषा को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए लंबे वक्त से लड़ाई लड़ रहे संतोष पटेल ने कहा कि बिहार सरकार ने अश्लीलता पर प्रतिबंध लगाया है. यह बहुत अच्छा किया है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार भी एक कमेटी बनाए जो न सिर्फ भोजपुरी बल्कि किसी भी भाषा में और किसी भी स्तर पर होने वाली अश्लीलता पर रोक लगाए. सिर्फ बार-बार भोजपुरी को अश्लील बोलना यह पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि यह एक सिलेक्टिव टारगेट कंट्रोवर्सी है. भोजपुरी भाषा दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है. उसको दबाने के लिए एक पूरा ग्रुप कम कर रहा है.

धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि अब तो गूगल भी ट्रांसलेट भोजपुरी में करने लगा है. भोजपुरी दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है. करोड़ों लोगों की भाषा है. यह बहुत ही मीठी बोली है, लेकिन हमारे देश में भोजपुरी भाषा को दबाया जा रहा है. उसे उसका दर्जा दिया जा रहा है. सिर्फ एक गाने के कुछ बोल को लेकर पूरी भाषा को अश्लील बोलना यह गलत है.

दूसरे लोगों ने कहा कि अगर हनी सिंह के गाने में कुछ अश्लील होता तो यूट्यूब खुद ही उसे ब्लॉक कर देता है. अगर यूट्यूब ने ब्लॉक नहीं किया है तो इसका मतलब अश्लील नहीं है. विशाल सिंह ने कहा कि भोजपुरी भाषा के व्यूज अब बढ़ने लगे हैं. लोग भोजपुरी भाषा को क्रिकेट में भी देखने लगे हैं. भोजपुरी भाषा के बढ़ते हुए दबदबे को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है. कोई भी भाषा अश्लील नहीं होती है. अश्लील का चश्मा लोगों को उतरना होगा और समझना होगा अश्लीलता असल में क्या है.

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