UPI पेमेंट पर फीस लगेगी क्या?, जानिए
दिल्ली. पिछले कुछ महीनों से चर्चाएं हैं कि सरकार यूपीआई से होने वाली ट्रांजेक्शन्स पर शुल्क लागू कर सकती है. कई तरह की सोशल मीडिया पोस्ट भी वायरल होती रही हैं. लेकिन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने स्थिति को पूरी तरह साफ कर दिया है. आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि यूपीआई (UPI) पर कोई भी चार्ज नहीं लगाया जाएगा.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संजय मल्होत्रा ने कहा कि अभी ऐसा कोई प्लान नहीं है और डिजिटल पेमेंट इस्तेमाल करने वाले लोगों को किसी तरह की फीस नहीं देनी पड़ेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपीआई हमेशा मुफ्त रहेगा और लोग इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकेंगे.
इस बयान से यह साफ हो गया कि सरकार और आरबीआई दोनों ही यूपीआई को जीरो कॉस्ट वाला प्लेटफॉर्म बनाए रखना चाहते हैं. इसका मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करें और कैशलेस इंडिया की ओर कदम बढ़ाया जा सके. यूपीआई के लेन-देन लगातार बढ़ रहे हैं और अब भारत दुनिया के सबसे बड़े रियल-टाइम पेमेंट मार्केट में शुमार हो चुका है.
इस खबर के तुरंत बाद पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) के शेयर की कीमत में भी तेजी आई. स्टॉक करीब 2% बढ़कर एनएसई पर 1,147 रुपये तक पहुंच गया. इस तरह, गवर्नर के बयान ने न सिर्फ डिजिटल पेमेंट्स के प्रति भरोसा बढ़ाया, बल्कि निवेशकों को भी उत्साहित किया. UPI मुफ्त रहने की यह घोषणा डिजिटल पेमेंट इस्तेमाल करने वालों के लिए बड़ी राहत है और इससे लोगों में कैशलेस ट्रांजैक्शन के प्रति उत्साह बढ़ेगा.
आज, बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की तीन दिन की बैठक समाप्त हुई. आज बैठक के आखिरी दिन कमेटी के अध्यक्ष और आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट पर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रेपो रेट को 5.50% पर बरकरार रखा है. इस साल 100 बेसिस पॉइंट्स घटाया जा चुका है. सभी 6 सदस्यों ने एकमत से यह निर्णय लिया है.