योगी का ऐलान- मुस्तफाबाद का नाम कबीरधाम करेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि मुस्तफाबाद गांव का नाम बदलकर कबीरधाम किया जाएगा। उन्होंने मंच से कबीरदास के दोहे पढ़े और बिना नाम लिए विपक्ष पर हमला बोला।
योगी ने कहा- प्रदेश में 2017 से पहले धार्मिक स्थलों की क्या हालत थी, सभी जानते हैं। लेकिन, डबल इंजन की सरकार आने के बाद हमने धार्मिक स्थलों की दशा बदली। पहले जो पैसा कब्रिस्तान की बाउंड्री बनवाने में चला जाता था। आज वो पैसा धार्मिक स्थलों के विकास में लग रहा है।
उन्होंने कहा- पिछली सरकारों में अयोध्या को फैजाबाद, प्रयागराज को इलाहाबाद और कबीरधाम को मुस्तफाबाद बनाया गया था। हमने इन स्थलों की पहचान वापस लौटाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इसे सेक्युलरिज्म के नाम पर करता था, जबकि यह पाखंड है।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद स्थित विश्व कल्याण आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने ‘स्मृति प्राकट्योत्सव मेला-2025’ में भाग लिया और पूज्य संतों को नमन किया। उन्होंने करीब 50 मिनट तक मंच से जनता को संबोधित किया। भाषण की शुरुआत उन्होंने कबीरदास का दोहा पढ़कर की।
योगी ने मंच से कहा- मैं आज जब यहां आया तो पता चला गांव का नाम मुस्तफाबाद है। हमने पूछा कि इस गांव में कितनी मुस्लिम आबादी रहती है तो पता चला कि एक भी नहीं। जिसके बाद हमने गांव का नाम कबीरधाम करने का फैसला किया। इसके लिए प्रस्ताव मांगा है, जैसे ही प्रस्ताव आएगा, हम नाम बदलने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। ऐसे ही हमने फैजाबाद को अयोध्या किया और इलाहाबाद को प्रयागराज किया।
योगी ने कहा- हम लोगों ने इस बार लखीमपुर खीरी की शारदा नदी में बाढ़ नहीं आने दी। इस बार पूरी नदी को चैनलाइज किया गया। इंजीनियर नहीं मान रहे थे। हमने कहा कि गरीब की जमीन नहीं जाने देंगे। हमने प्रयागराज से बड़े-बड़े उपकरण मंगवाए। जिस काम के लिए बड़े-बड़े इंजीनियर कहते थे कि 160 करोड़ की लागत आएगी, हमने उस काम को 18 से 20 करोड़ में करवाया।
योगी ने कहा- 2014 से पहले किसान सुसाइड कर रहे थे। लोगों के पास छत नहीं थी। नौजवान भटक रहा था। मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। आज किसान खुशहाली का जीवन बिता रहा है। उसको क्रय केंद्र पर उसकी फसल का डेढ़ गुना एमएसपी का भुगतान हो रहा है। आज सड़कें बन रही हैं। फोर लेन, सिक्स लेन और 12 लेन तक की सड़कें बन रही हैं।
5. 1960 तक जो काम नहीं हुए वो 2014 के बाद हुए योगी ने कहा- जो काम 1947 से लेकर 1960 तक होने चाहिए थे, वो नहीं हुए। मोदी आए तो उन्होंने लोगों को छत दी और शौचालय बनवाया। पीएम मोदी ने 2 करोड़ लोगों को छत दी। कोई सोचता था कि धुएं से निजात मिलेगी। आज एक करोड़ 86 लाख लोगों को उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर मिल रहे हैं। भारत एक मात्र देश हैं, जहां 140 करोड़ नागरिकों को फ्री में कोरोना की वैक्सीन लगवाई गई।
6. पेड़ बबूल का लगाआगे तो आम नहीं मिलेगा योगी ने मंच से…गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांव, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए… दोहा पढ़ा और कहा कि गुरु ही परमात्मा तक पहुंचने का मार्ग बताते हैं। इसलिए कहते हैं कि अगर पेड़ बबूल का लगाओगे तो आम का फल नहीं मिलेगा। व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से होती है।
7. लखीमपुर खीरी के एयरपोर्ट के विस्तार का ऐलान योगी ने लखीमपुर खीरी के एयरपोर्ट का विस्तार करने ऐलान किया। कहा कि टूरिज्म मे रोजगारी की बहुत संभावनाए हैं। यहां हम इस पर काम करेंगे। लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ को विकसित किया जा रहा है। कोई नहीं सोच सकता था कि जिले को उसका मेडिकल कॉलेज मिलेगा। आज लखीमपुर खीरी का अपना मेडिकल कॉलेज है।

