रामलला के 25 लाख भक्तों ने दिल ही नहीं, खोल दिए सारे खजाने
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के हुए 11 दिन हो गए हैं. अभिषेक समारोह के बाद से लगभग 25 लाख भक्त राम जन्मभूमि के दर्शन कर चुके हैं. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने बताया कि पिछले 10 दिनों में दान पेटियों में लगभग ₹8 करोड़ जमा हुए हैं, और लगभग ₹3.50 करोड़ ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं. इसमें प्रसाद और दान की कीमतें भी शामिल हैं.
ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि गर्भगृह, जहां भगवान विराजमान हैं, के सामने दर्शन पथ के पास चार बड़े आकार की दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें श्रद्धालु दान कर रहे हैं. इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान कर रहे हैं.
दान काउंटरों अलग से कर्मचारी की नियुक्ति
सभी दान काउंटरों पर मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी नियुक्त हैं, जो शाम को काउंटर बंद होने के बाद प्राप्त दान राशि का हिसाब ट्रस्ट कार्यालय में जमा करते हैं. 14 कर्मचारियों की एक टीम चार दान पेटियों में आए चढ़ावे की गिनती कर रही है, जिसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल हैं. गुप्ता ने बताया कि दान राशि जमा करने से लेकर उसकी गिनती तक सब कुछ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जा रहा.
हर मौसम का बिजोलिया पत्थर
श्रद्धालुओं के रामलला के दर्शन पथ पर बिजोलिया पत्थर लगाए गए हैं. विशेषज्ञों ने दावा किया है कि करीब 5 लाख वर्ग फीट में बिछाए गए बिजोलिया पत्थरों पर श्रद्धालु हर मौसम में आराम से चल सकेंगे. यह क्षेत्र परिक्रमा क्षेत्र और कुबेर टीला तक को कवर करेगा. पत्थर विशेषज्ञ दीक्षा जैन ने बताया कि ‘राजस्थान का यह बिजोलिया पत्थर अपनी गुणवत्ता में बहुत खास है, क्योंकि यह न तो गर्मियों में ज्यादा गर्म होता है और न ही सर्दियों में ज्यादा ठंडा. यह पत्थर लगभग 1,000 वर्षों तक खराब नहीं होता है, जबकि इसमें पानी सोखने की क्षमता अन्य पत्थरों की तुलना में अधिक है.’
ट्रस्ट के प्रभारी गुप्ता ने बताया, रामलला के दर्शन के लिए प्रतिदिन 2 लाख से अधिक श्रद्धालु राम मंदिर पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 11 दिनों में राम मंदिर में भगवान के दर्शन करने 25 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.