जहरीली शराब पीने से 53 की मौत, मचा हाहाकार
कल्लाकुरिचि. तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि जिले में अवैध देशी शराब पीने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. शनिवार को पुलिस से मिले ताजा रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या 53 हो गई है पुलिस के अनुसार, देशी शराब पीने से बीमार हुए 140 लोगों की हालत अभी स्थिर है. डीएम एम.एस प्रशांत ने बताया कि मंगलवार को अवैध देशी शराब पीने से 193 लोग बीमार पड़ गए थे. उन्हें पास के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था.
डीएम प्रशांत सदर अस्पताल में पीड़ितों से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘जहरीली शराब पीने से अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इस घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’ उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शराब त्रासदी को लेकर राज्य के मद्यनिषेध एवं आबकारी मंत्री एस मुथुसामी के तत्काल इस्तीफे की शनिवार को मांग की है . और राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है.
भाजपा ने इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इन मौतों को ‘राज्य प्रायोजित हत्या’ करार दिया. उन्होंने दक्षिणी राज्य में इस त्रासदी के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक को ‘पूरी तरह से जिम्मेदार’ ठहराया. पूनावाला ने कहा, ‘अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है और उनमें से अधिकांश अनुसूचित जाति के थे. इस राज्य प्रायोजित हत्या पर कार्रवाई करने के बजाय द्रमुक इस जघन्य अपराध के खलनायकों को बचाने में लगी हुई है.’
राज्य में पहले भी हुई ऐसी ही घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि शराब माफिया और द्रमुक नेताओं के बीच सांठगांठ है और उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) को घटना का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और तमिलनाडु सरकार तथा राज्य पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी करके पूछना चाहिए कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है.