आगरा : एकतरफा प्यार में लड़की को मारने के लिए बम लगाया, यूट्यूब से सीखा तरीका
आगरा, पेट्रोल पंप के पास गुमटी के नीचे मिले बम के पीछे की साजिश खौफनाक है। बम गुमटी संचालक बिज्जो के पुराने दोस्त गया प्रसाद ने रखा था। गया प्रसाद को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। गया प्रसाद बिज्जो की बेटी से एकतरफा प्यार करता था।
जब बिज्जो को इस बात का पता चला, तो उसका गया प्रसाद से झगड़ा हुआ। बिज्जो ने गया प्रसाद को सख्ती से मना कर दिया कि अब मेरे घर मत आना। ऐसे में उसने दोस्त बिज्जो और उसकी बेटी को खत्म करने का प्लान बनाया।
उसने यूट्यूब से बम बनाना सीखा। बम बनाकर उसे गुमटी के नीचे रख दिया। उसका इरादा धमाका कर बिज्जो और उसकी बेटी को मारने का था। मगर, बम फटा नहीं।
थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में कलवारी से वायु विहार मार्ग पर रेलवे के फाटक नंबर-8 के पास चतुरा फिलिंग स्टेशन है। इसके 10 कदम पर बिज्जो का चाय की गुमटी है। नजदीक ही मैक्रोमाइंड स्कूल है। गुमटी के नीचे से PNG लाइन भी गुजर रही है। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे बिज्जो के बेटे जीवन ने 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को बम होने की सूचना दी। सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची।
बिज्जो के बेटे जीवन और 15 साल की बेटी ने बताया कि सोमवार को देखा कि गुमटी के नीचे एक पत्थरनुमा चीज रखी है। इससे धुआं निकल रहा था। उसमें घड़ी वाले सेल भी लगे थे। इनमें कुछ तार भी जुडे़ थे। उस समय उसे कुछ समझ नहीं आया।
उसने बम को उठाकर दूसरी तरफ फेंक दिया। जब उसने फेंका तो धुआं निकलने लगा। मंगलवार को जब उनके पिता आए तो उन्हें बम के बारे में बताया। पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वायड (BDS) टीम ने 2 घंटे तक जांच की।
BDS की टीम बम को बिचपुरी के जंगल में ले गई। यहां पर गड्ढा खोदकर बम को डिफ्यूज किया गया। बम कम तीव्रता का था। विस्फोट के बाद उसमें गंधक की दुर्गंध आ रही थी। अमूमन गंधक का इस्तेमाल पटाखे बनाने में होता है। मौके से मिले केमिकल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।
बम मिलने के बाद पुलिस ने बिज्जो और उसके बेटा-बेटी से पूछताछ की। पूछताछ में दो नाम सामने आए। इसमें एक ऑटो चालक शिवकुमार था। पिछले दिनों बिज्जो का उससे झगड़ा हुआ था। वहीं, दूसरा नाम गया प्रसाद का था। बिज्जो ने बताया कि लंबे समय से गया प्रसाद उनको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था।
वो उन पर टोटके भी करता था। कुछ दिन पहले उसने गुमटी पर टोटका किया था। उनके गुमटी पर कटा हुआ नींबू और सिंदूर फेंक गया था। ऐसे में उस पर भी संदेह था। गया प्रसाद पास में ही मार्बल की फैक्ट्री में काम करता है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बम रखने की बात कबूल कर ली।
DCP सिटी सूरज राय ने बताया, “45 साल के आरोपी गया ने बताया कि उसका बिज्जो के घर पर आना-जाना था। बिज्जो की दूसरे नंबर की बेटी को वो पसंद करता था। मगर, उसकी शादी हो गई। इसके बाद वो तीसरे नंबर की बेटी को पसंद करने लगा।
बिज्जो को जब उनके इरादे पता चले तो उसने उसको भगा दिया। अपने घर पर आने से मना कर दिया। मगर, गया इसके बाद भी नहीं माना। आरोपी अक्सर बिज्जो के घर और दुकान के पास चक्कर लगाता रहता था। जब बिज्जो ने सख्ती की, तो गया प्रसाद ने बदला लेने की ठानी। पहले टोटका कर प्यार पाने की कोशिश की। इस पर बात नहीं बनी, तो बम से उड़ाने की साजिश रची।
ट्यूब से सीखा बम बनाना
आरोपी गया प्रसाद ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब और गूगल की मदद से बम बनाना सीखा। वो पत्थर का काम करता था। ऐसे में उसने संगमरमर का एक बॉक्स बनाया। उसने विस्फोटक के लिए दिवाली वाले पटाखों से बारुद और गंधक इकट्ठा की।
उसने बारुद के साथ संगमरमर के छोटे-छोटे टुकड़ों को डाला था। इसके अलावा सेल और पंखे के कंडेंशर भी लगाया था। उसे तार से जोड़कर विस्फोट करना था। मगर, बम सही तरीके से नहीं बना। ऐसे में धमाका नहीं हुआ, केवल धुआं निकल कर रह गया।
हाथ पर लड़की के नाम का टैटू बनवाया
आरोपी गया प्रसाद ने लड़की के नाम के पहले अक्षर का अपने हाथ पर टैटू भी गुदवाया है। गया प्रसाद की शादी नहीं हुई है। वो फतेहपुर सीकरी का रहने वाला है। सात भाइयों में छठे नंबर का है। 15 दिन पहले ही उसके पिता की मौत हुई है।