अलीगढ़ : बाराती के न्यूड फोटो खींचने पर चले लाठी-डंडे
अलीगढ़ में आगरा से बारात आई थी। जयमाला होने के बाद बाराती खाना खा रहे थे। इसी बीच दुल्हन पक्ष के कुछ लोगों ने बारात में आए एक लड़के के कपड़े उतरवाए और उसकी फोटो खींच ली। इसको लेकर दूल्हा-दुल्हन पक्ष में झगड़ा हो गया।
इसके बाद दुल्हन पक्ष के 6-7 लोगों ने बारातियों को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। इसमें दूल्हे के चचेरे भाई की मौत हो गई। साथ ही दूल्हा पक्ष के 19 लोग बुरी तरह घायल हो गए।
दूल्हे वालों का कहना है कि दूल्हा भी लापता है। घटना की सूचना मिलते ही दूल्हे की मां को हार्ट अटैक आ गया। वो अस्पताल में भर्ती हैं। दूल्हा-दुल्हन दोनों नोएडा की एक कंपनी में साथ जॉब करते हैं। दोनों की लव मैरिज थी, जिसे अरेंज किया गया था
वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। लड़की वालों की तरफ के 5-6 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाकी दूल्हा पक्ष के लोग मौके से भाग गए। अलीगढ़ में उनके घरों पर भी ताला लगा है। इस पूरी घटना का सीसीटीवी भी सामने आया है। मामला थाना अतरौली के गांव जगतपुर का है।
शादी की।
शुक्रवार को शादी थी। शाम को बारात आगरा से अलीगढ़ के लक्ष्मी फॉर्म हाउस पहुंची। वर और वधू पक्ष के सभी रिश्तेदार फॉर्म हाउस में मौजूद थे। शादी की रस्में चल रही थीं। जयमाला के बाद बड़ी संख्या में बाराती खाना खाकर वापस आने के लिए बस में बैठ चुके थे। बाकी लोग खाना खा रहे थे। मृतक विनय के छोटे भाई मनवीर सिंह ने बताया- बारात में हम लोग कार से 7 लोग आए थे। इनमें हम 3 भाई और 4 दोस्त थे। फॉर्म हाउस में जयमाल का कार्यक्रम हुआ। हम खाना खाने के लिए अंदर चले गए। इसी दौरान लड़की वालों की तरफ के कुछ लोग फॉर्म हाउस में आए। वे लोग हमारे एक दोस्त को बाहर लेकर चले गए।
उन लोगों ने हमारे दोस्त के कपड़े उतार कर फोटो खींचनी शुरू कर दिए और पैसे भी छीन लिए। वह भागा हुआ मेरे भाई विनय के पास पहुंचा और पूरी बात बताई। इसके बाद विनय और हम लोग लड़की वालों के पास पहुंचे। हमने कहा कि भाई ये सब क्या कर रहे हो? हमें नहीं जानते क्या? हम बारातियों की तरफ से हैं। इतना कहने पर ही उन लोगों ने हमारे गले से चेन और सोने के जेवर छीनकर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। मामला इतना बढ़ गया कि दुल्हन पक्ष के लोग लाठियों से बारातियों को फॉर्म हाउस के बाहर पीटने लगे। इसमें मेरे भाई विनय की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनकी शादी हो गई थी। उसकी डेढ़ साल की बच्ची है। हमारी खुशियां मातम में बदल गईं।
बस से वापस निकल ही रहे थे दूल्हे के चचेरे भाई देवेंद्र चौधरी ने बताया- मैं आगरा वापस जाने के लिए बस में बैठा था। तभी मैंने देखा कि मेरे चचेरे भाई विनय के साथ कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं। मैं, दुर्ग सिंह, सोनवीर और मनवीर उन्हें बचाने के लिए बस से भागा। वहां जाकर देखा कि करीब 10-15 लोग लाठी-डंडे लेकर उन्हें पीट रहे थे।
चिल्लाने की आवाजें सुनकर हमारे परिवार के और लोग भी बचाने आए। इस पर दुल्हन वालों ने उन्हें भी पीटना शुरू कर दिया। चीख-पुकार मच गई। हमारे परिवार की महिलाएं लोगों से बचाने की गुहार लगा रही थीं। लेकिन, वो लोग बेरहमी से हमें मार रहे थे। बच्चे-महिलाएं किसी को नहीं देख रहे थे।
उन लोगों ने मेरे चचेरे भाई विनय चौधरी (28) के सिर पर लगातार डंडे मारे। वो जमीन पर गिर गया, फिर भी उसे मारते ही जा रहे थे। हम लोग बचते-बचाते किसी तरह उसे फॉर्म हाउस के अंदर घसीटकर ले गए। लेकिन, तब तक उसकी हालत बहुत खराब हो गई थी।
इसके बाद घरवालों ने 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी मौके से भाग गए।

