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बरेली : कांवड़ मत लेकर जाना कहने वाले टीचर पर FIR

सरकार स्कूल बंद कर शराब की दुकानें खुलवा रही है। कांवड़ यात्रा को बढ़ावा दे रही है। इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। सारे बुद्धिजीवी वर्ग को जाग जाना चाहिए। जहां-जहां भी शिक्षक वर्ग बोल रहा है, सरकार उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा रही है। सरकार की जो फांसीवादी मानसिकता है, उसका जनता को डटकर जवाब देना चाहिए।

यह कविता छोटे बच्चों के लिए है, बड़ों के लिए नहीं। जब मंत्री ओमप्रकाश राजभर कांवड़ियों के लिए कहते हैं, तो उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं होता। मैं शिक्षक हूं, इसलिए मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। लड़ना है तो ढूंढ बराबर का आदमी, रस्ता रोके क्यों खड़ा है फकीर का।’

यह कहना है बरेली के एमजीएम इंटर कॉलेज में हिंदी के प्रवक्ता डॉ. रजनीश गंगवार का। उन्होंने 12 जुलाई को प्रार्थना के दौरान स्कूली बच्चों को ‘तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना’ कविता सुनाई थी। इसके बाद महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष सचिन प्रजापति ने उनके खिलाफ 14 जुलाई को बहेड़ी थाने में FIR कराई। उन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है। इसके साथ कॉलेज ने भी टीचर से इस मसले पर जवाब मांगा है।

टीचर पर FIR दर्ज होने के बाद सियासत शुरू हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- शिक्षक पर FIR और शिक्षालय बंद हो रहे हैं। भाजपा के लिए क्या यही अमृतकाल है? चलिए पूरा मामला समझते हैं

कविता वायरल होने के बाद 14 जुलाई को महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष सचिन प्रजापति ने बहेड़ी थाने में FIR कराई। सचिन ने कहा- टीचर ने कांवड़ यात्रा को लेकर जो विवादित टिप्पणी की है, उससे हमारे धर्म और आस्था को बहुत ठेस पहुंची है। हिंदुओं में आक्रोश है।

हमारी कांवड़ यात्रा के लिए कोई भी व्यक्ति ऐसे कहेगा कि “कांवड़ लेने मत जाना तुम।” इसमें ‘मत जाना’ वाला शब्द बहुत गलत है। इसलिए शिक्षक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। शिक्षक रजनीश गंगवार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजे।

इस मामले पर बहेड़ी सीओ अरुण कुमार ने कहा- टीचर रजनीश ने कविता के जरिए कांवड़ यात्रा के बारे में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

एमजीएम इंटर कॉलेज बहेड़ी के प्रिंसिपल अशोक कुमार गंगवार ने मुकदमा दर्ज होने के बाद टीचर से जवाब मांगा। उनका कहना है कि बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है। अब बच्चों की अटेंडेंस ऑनलाइन जाती है।

कुछ बच्चे कांवड़ लेने जाते हैं, तो बच्चों को समझाने के लिए टीचर रजनीश गंगवार ने यह कविता कही थी। हालांकि, उन्होंने यह गलत किया है। इस तरह की कविता नहीं कहनी चाहिए, जिससे किसी के धर्म को ठेस पहुंचे।

टीचर ने 15 जुलाई को प्रिंसिपल को स्पष्टीकरण भेजा है। कहा- मैं एमजीएम इंटर कॉलेज में टीचर हूं। क्लास में छात्रों की उपस्थिति लगातार कम हो रही थी। छोटे-छोटे छात्रों से पूछने पर पता चला कि वे कांवड़ लेने गए थे, जिससे स्कूल नहीं आ पाए।

इस संदर्भ में मैंने 12 जुलाई, 2025 को प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं को कविता सुनाई। मेरा उद्देश्य छोटे छात्रों को भीड़ में सड़क पर न जाने, नशे से दूर रहने और नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहने के प्रति जागरूक करना था। मेरा इरादा किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था।

मैं इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में पीएचडी कर चुका हूं। कविताएं और लेख लिखता हूं, जो समय-समय पर आकाशवाणी, दूरदर्शन और समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहते हैं। कुछ लोग मुझसे ईर्ष्या-द्वेष रखने के कारण मुझ पर मिथ्या आरोप लगाकर मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।

मेरा उद्देश्य केवल छात्र-छात्राओं को शिक्षा एवं जीवन के उद्देश्यों के प्रति जागरूक करना है। मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, इकाई बहेड़ी का नगर अध्यक्ष हूं। पिछले 4 वर्षों से नगर पालिका परिषद बहेड़ी (नगरीय) में स्वच्छ भारत मिशन, भारत सरकार का ब्रांड एंबेसडर भी हूं।

बच्चे बोले- सर ने कहा था… कांवड़ लेकर जाओगे तो नशेड़ी बन जाओगे स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र ने बताया- सर ने एक कविता कही थी, उसमें उन्होंने कहा था कि कांवड़ लेने मत जाना, क्योंकि जो कांवड़ लेकर जाता है, वह सुल्फा, गांजा जैसे नशे करने लग जाता है।

मंडल अध्यक्ष बोले-बच्चों को भ्रमित कर रहे हिंदू महासभा के मंडल अध्यक्ष पंकज पाठक ने बताया-रजनीश गंगवार जिहादी सोच वाला व्यक्ति है। यह मूर्ति पूजा का विरोध करता है। यह आतंकवादी मानसिकता का व्यक्ति है, जो जिहादी सोच के तहत काम कर रहा है। यह हिंदू बच्चों को उनके धर्म से भ्रमित कर रहा है।

Umh News india

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