बरेली : 6 महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार
यूपी के बरेली में सीरियल साइको किलर पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया- हां, मैंने 6 महिलाओं को मारा है। महिलाओं को गला दबाकर मारता था। जाते समय निशानी के लिए गहने ले जाता था। किलर नवाबगंज का रहने वाला है।
दरअसल, 13 महीने के भीतर एक ही पैटर्न से बरेली में 11 महिलाओं की हत्या की गई। हत्या का पैटर्न एक जैसा था। ये मर्डर केस अब तक सॉल्व नहीं हुए थे। पुलिस ने मामले को सीरियल किलिंग एंगल से देखा।
तीन दिन पहले पुलिस ने 3 स्कैच जारी किए। इसके बाद पुलिस को कई फोन आए। मुखबिर के कन्फर्मेशन के बाद एक किलर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए शख्स का नाम कुलदीप है। वह साइको किलर है। उसने अभी तक 6 महिलाओं को मारने का जुर्म स्वीकार किया है। आरोपी से पूछताछ चल रही है।
बरेली जिले के शाही और शीशगढ़ इलाके में पिछले 13 महीने के भीतर 11 महिलाओं की हत्या हुई। सभी केस अनसुलझे थे। सभी हत्याएं एक ही पैटर्न पर हुई थीं। महिलाओं की हत्या साड़ी या दुपट्टे से गला दबाकर की गई थी। उनकी उम्र 40 से 65 साल के बीच थी। क्राइम स्पॉट- सुनसान जगह या जंगल थे।
पुलिस ने इन हत्याओं के खुलासे के लिए टीम बनाई। शुरुआती जांच में जब एविडेंस कलेक्ट किए गए, तब पता चला कि इनके पीछे एक ही आदमी का हाथ है। आरोपी साइको किलर है।
SSP अनुराग आर्य ने साइको किलर को पकड़ने के लिए एक वॉर रूम बनवाया। साथ ही ऑपरेशन तलाश की शुरुआत की। 22 टीमें बनाईं। तीन महीने में पुलिस ने लगभग 150 जगहों पर दबिश दी। सर्विलांस टीम ने 1.5 लाख मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया।
जहां-जहां हत्याएं हुई थीं, उस क्राइम स्पॉट को पॉइंट करते हुए पुलिस ने 25 किलोमीटर का एक रेडियस बनाया और साइको किलर की तलाश शुरू की। एरिया के 1500 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 600 नए कैमरे भी लगवाए गए। पुलिस ने लोगों के बीच जाना शुरू किया। नुक्कड़ सभाएं कीं। खेतों में काम करने वाली महिलाओं को सचेत रहने के लिए जागरूक किया।
पुलिस ने मुंबई में इस तरह की वारदात को सॉल्व करने वाले स्पेशलिस्ट की मदद ली। क्लीनिकल साइकोलाजी के एक्सपर्ट से बात की गई। तब टीम को पता चला कि शाही पुलिस स्टेशन एरिया साइको किलर का सेंटर पॉइंट है। पुलिस ने शाही पुलिस स्टेशन एरिया में क्राइम स्पॉट के आसपास के करीब 30 गांव के वोटर आईडी कार्ड की जांच की। गांव वालों से पूछताछ की गई कि क्या कोई ऐसा शख्स है, जिसकी लाइफ स्ट्रेस भरी हो और वह अलग-थलग रहता हो। शक के दायरे में सिर्फ पुरुष ही नहीं, महिलाएं भी रहीं। इसलिए 22 टीमों में महिला पुलिसकर्मियों को भी रखा गया था।
पुलिस ने एक मुखबिर से स्कैच बनवाया। मुखबिर की सूचना पर कुलदीप को थाना शाही पुलिस टीम ने पकड़ा। कुलदीप गंगवार नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव बाकरगंज समुआ का रहने वाला है। उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं है। कुलदीप की हरकतों की वजह से पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। इसके बाद उसने महिलाओं की हत्या करना शुरू कर दिया।
शुक्रवार को पुलिस ने साइको किलर की गिरफ्तारी का खुलासा किया। इससे पहले आरोपी को पुलिस घटनास्थलों पर लेकर गई थी। पुलिस ने कहा- आरोपी ने सिलसिलेवार तरीके से वारदातों को अंजाम दिया।
SSP अनुराग आर्य ने बताया- हमने सभी महिलाओं के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का विश्लेषण किया। इसके बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट से बात की गई। हिडेन कैमरा लगाया। इसके बाद हमें कई एविडेंस मिले। जिसके आधार पर कार्रवाई की और साइको किलर पकड़ा गया।
SSP बताया कि पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि वह महिलाओं के साथ गलत काम करने की कोशिश करता था। जब महिला विरोध करती थी, तब इसे लगता था कि महिला ने मना कैसे कर दिया। इसके बाद महिला की हत्या कर देता था।
कुलदीप ने पुलिस को बताया- मेरी दो सगी बहनों और मां की मौत हो गई थी। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली। सौतेली मां ने मुझे हमेशा पीटा, मुझे उनसे नफरत थी। इसके बाद 2014 में मेरी शादी हुई, मेरी पत्नी भी मुझे छोड़कर चली गई। फिर मैं नशे का आदी हो गया। इधर-उधर घूमने लगा। किसी भी औरत को देखता था तो खून खौल उठता था।
मुझे इलाके की हर पगडंडी, सड़क की जानकारी है। मैं कभी मोबाइल इस्तेमाल नहीं करता। पैदल चलता हूं। जब किसी महिला को मारने के लिए निकलता था तो पहले वह निश्चित कर लेता था कि किसी ने उसे महिला के पीछे जाते हुए नहीं देखा है। यदि पीछा करते समय रास्ते में कोई भी बच्चा, पुरूष या अन्य महिला मिल जाती थी, तब उस दिन वारदात नहीं करता था।
जब मौका मिल जाता तो महिलाओं को गला दबाकर मार देता था। गला दबाने के लिए महिलाओं की साड़ी या दुपट्टे का इस्तेमाल करता था। खास बात थी कि गले में बाएं तरफ साड़ी या दुपट्टे से गांठ बांध देता था। गांठ इसलिए बांधता था, क्योंकि मुझे लगता था कि महिला फिर से जिंदा हो जाएगी।
साइको किलर ने पुलिस को बताया- मैंने किसी महिला को नहीं लूटा। हां, मैं उनके पास से कुछ न कुछ जरूर ले जाता था। ताकि याद रहे कि किस महिला को मारा था। एक महिला के पास से आधार कार्ड मिला था। एक के पास हंसिया थी। एक की चूड़ी लेकर आ गया था। उनके पैसे नहीं लिए, क्योंकि पैसों से पहचान नहीं होती, ये खर्च हो जाते हैं।
उसने पुलिस को मृतक अनीता देवी का वोटर आईडी कार्ड, लाल रंग की लिपस्टिक, बिंदी, ब्लाउज के टुकड़े दिए। कुलदीप ने आनंदपुर की मृतक प्रेमवती की हंसिया, कुल्छा गांव की मृतक धनवती का आधार कार्ड, लखीमपुर गांव की मृतक महमूदन की हंसिया भी सौंपी है। इसके अलावा पुलिस ने बीड़ी का बंडल, माचिस और 130 रुपए कैश बरामद किया।
3 जुलाई, 2024: थाना शाही के बुझिया जागीर के जंगल में अनीता देवी (46) की गला घोंटकर हत्या की। अनीता थाना शेरगढ़ के होशपुर गांव की रहने वाली थी।
26 नवंबर, 2023: थाना शीशगढ़ के जगदीशपुर निवासी उर्मिला (55) की हत्या जंगल में उन्हीं की साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर की।
20 नवंबर, 2023: थाना शाही के खरसैनी की रहने वाली दुलारा देवी (65) की हत्या साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर उन्हीं के खेत में की।
31 अक्टूबर, 2023: थाना शीशगढ़ में लखीमपुर निवासी महमूदन (65) की हत्या जंगल में उन्हीं की चुनरी से गला घोंटकर की।
17 जून, 2023: थाना शाही में कुल्छा की रहने वाली धनवती (43) की हत्या की। धानवती कस्बा शाही से दवा लेकर लौट रही थीं।
1 जुलाई, 2023: थाना शाही क्षेत्र में धनेटा फाटक से शीशगढ़ रोड पर प्रेमवती (55) की उन्हीं की साड़ी के पल्लू से गला घोंटकर हत्या की। प्रेमवती आनंदपुर की रहने वाली थी।