बुलंदशहर आश्रम रेप केस, पीड़िता ने बच्ची को दिया जन्म, परिजन बोले- बेटी खुद मासूम, कैसे पाल पाएगी
बुलंदशहर में 13 साल की रेप पीड़िता ने ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया है। नवजात प्री-मैच्योर है, उसे डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। डीएनए सैंपल भी लिया गया है। परिजन सदमे में हैं।
परिजनों ने कहा- मेरी बेटी खुद मासूम है। उसका जीवन बर्बाद हो गया। अभी तक हम अपनी बेटी का दर्द भूल नहीं पाए हैं, अब उसकी बच्ची को लेकर कैसे जिएंगे? अभी बेटी को इतनी समझ नहीं है। वह अपनी इस बच्ची को कैसे संभालेगी? नन्ही बच्ची का भविष्य क्या होगा, यह सोचकर रोना आ जाता है।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम के सेवादार ने दो नाबालिग लड़कियों के साथ रेप किया था। उनमें एक 6 महीने की प्रेग्नेंट निकली थी। उसी लड़की ने अब बेटी को जन्म दिया है। 23 अक्टूबर को परिवार ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पुलिस ने सेवादार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
पीड़ित बच्ची के चाचा ई रिक्शा चलाकर घर का पोषण करते हैं। पिता गांव में ही मेहनत मजदूरी करते हैं। परिजनों का कहना है कि अपना ही भरण-पोषण करना एक बड़ी समस्या है। भविष्य में उस मासूम को कैसे संभाल पाएंगे। परिजन कहते हैं कि मासूम का जन्म होने के बाद से ही उनके जीवन में मुश्किलों का पहाड़ का टूटा हुआ है। बार-बार अपनी बेटी को देखकर रोना आता है।
75 साल का आरोपी मोहनलाल राधा स्वामी सत्संग ब्यास में सेवादार था। वह बच्चियों को कभी बिस्किट के बहाने, तो कभी साइकिल चलाने के बहाने आश्रम में बुलाता था। मीठी गोली के नाम पर नशीली दवाइयां खिलाने के बाद आरोपी रेप करता था। आश्रम में दो कमरे बने हुए हैं। इन्हीं कमरों में से एक में आरोपी गंदे काम करता था।
बुलंदशहर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास में 23 अक्टूबर को दो नाबालिगों से रेप का मामला सामने आया था। रेप के आरोप में 75 साल के आरोपी मुख्य सेवादार मोहनलाल को गिरफ्तार कर किया गया था। दोनों लड़कियां सत्संग भवन में खेलने जाती थीं। सेवादार छात्राओं को प्रसाद की मीठी गोलियों के नाम पर नशीली दवाएं खिलाता था। जब छात्राएं बेसुध हो जाती थीं तो रेप करता था।
पीड़िताओं में से एक बच्ची (13) क्लास 6 और दूसरी बच्ची (16) 7वीं में पढ़ती है। आरोपी 8 महीने से गंदी हरकत कर रहा था। एक बच्ची के पेट में दर्द होने पर मामले का पता चला। जांच में वह 6 महीने की प्रेग्नेंट निकली। पूछने पर उसने घरवालों को पूरी बात बताई। घरवालों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया।
गांव में राधा स्वामी सत्संग भवन है। थोड़ी दूरी पर हमारा घर है। सत्संग भवन में देखरेख के लिए गांव का ही मोहनलाल रहता है। गांव के बच्चे अक्सर सत्संग भवन के बाहर खेलते-कूदते रहते हैं। मेरी भतीजी भी वहीं खेलती थी। मोहनलाल अक्सर साइकिल सिखाने के बहाने मेरी भतीजी को अंदर बुला लेता था।
उसको साइकिल सीखने के लिए देता था। बिस्किट, मिठाई, चॉकलेट, जलेबी और 10-20 रुपए भी देता रहता था। खाने की चीजों में वह ऐसा कुछ मिला देता था, जिससे मेरी भतीजी बेसुध हो जाती थी। इसके बाद वह भतीजी को अंदर कमरे में चारपाई पर ले जाता था।
करीब 4-5 महीने पुरानी बात है। मोहनलाल ने मेरी भतीजी को बुलाया और कुछ गोली खाने को दी। भतीजी ने खाने से मना किया, फिर भी उसे जबरन खिला दी। भतीजी को चक्कर आने लगे तो मोहनलाल ने उसको अंदर चारपाई पर लिटा दिया। उसके साथ कई बार गलत काम किया। भतीजी ने जब यह बात घर बताने को कहा तो आरोपी ने पूरे परिवार को मारने की धमकी दी।
डर के चलते उसने यह बात नहीं बताई। तभी से मेरी भतीजी सुस्त और खोई-खोई रहती थी। अब उसका पेट कुछ बड़ा लगने लगा। हमने पूछा तो उसने रोते हुए सब कुछ बता दिया। हमने उसका अल्ट्रासाउंड कराया तो वह 6 महीने की प्रेग्नेंट निकली।
: इस मामले में दो पीड़ित लड़कियों के परिजन ने FIR कराई थी। दोनों FIR में घटनाक्रम लगभग एक जैसा था।