बुलंदशहर : कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित, चुनावी फंड में हेराफेरी का लग रहा है आरोप
बुलंदशहर जिले में मतदान संपन्न होने के चंद दिनों बाद ही कांग्रेस में घमासान मच गया है। जिलाध्यक्ष राकेश भाटी ने प्रत्याशी को चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से दी गई धनराशि को राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल और प्रदेश उपाध्यक्ष विदित चौधरी पर हड़पने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि इस वजह से प्रत्याशी का मजबूती से चुनाव प्रचार नहीं हो सका। उन्होंने इस संबंध पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है। वहीं अब इस मामले में नया मोड़ आ गया। सोमवार को पार्टी हाईकमान ने जिलाध्यक्ष राकेश भाटी को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
बुलंदशहर लोकसभा सीट से शिवराम वाल्मीकि कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। जिलाध्यक्ष राकेश भाटी का कहना है कि पार्टी से बजट जारी होने पर प्रत्याशी की सहमति से उस वक्त तक हुए खर्च का भुगतान कर दिया था। इसके बाद जिले में प्रचार-प्रसार के लिए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल और प्रदेश उपाध्यक्ष विदित चौधरी पहुंचे और शेष बची धनराशि को अपने साथ ले गए। दोनों पदाधिकारियों ने अपने स्तर से खर्च करने की बात कही। उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे से फोन पर बात भी कराई। धनराशि ले जाने के बाद दोनों पदाधिकारियों ने न तो प्रचार-प्रसार के लिए कोई भुगतान किया और न ही किसी पार्टी पदाधिकारी को भुगतान के लिए धनराशि दी।
प्रत्याशी का चुनाव प्रचार मजबूती से नहीं हो पाया
इस वजह से प्रत्याशी का चुनाव प्रचार मजबूती से नहीं हो पाया। इससे प्रचार वाहन समेत अन्य खर्चाें का भुगतान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर मामले से अवगत करा दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल का कहना है कि मुझे इस प्रकरण की जानकारी नहीं है। न ही मैंने कोई पैसा लिया है।