पहलगाम अटैक पर विवादित पोस्ट, 7 राज्यों में 28 गिरफ्तार, इनमें 1-1 विधायक, पत्रकार, वकील और 23 स्टूडेंट शामिल
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने पर 7 राज्यों से 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन सभी गिरफ्तारियों में असम के विपक्षी पार्टी AIUDF के विधायक, एक पत्रकार, एक वकील, 2 रिटायर्ड टीचर और 23 स्टूडेंट शामिल है।
सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने पर उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, मेघालय और त्रिपुरा में गिरफ्तारियों हुई हैं। सबसे अधिक 16 गिरफ्तारी असम से की गई है।
विधायक की विवादित टिप्पणी, राजद्रोह का केस दर्ज
पहलगाम हमले पर सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर पहली गिरफ्तारी 24 अप्रैल को असम के एक विधायक की हुई। गिरफ्तार विधायक अमीनुल इस्लाम असम की विपक्षी पार्टी AIUDF से हैं। उन्होंने 2019 के पुलवामा हमले और 22 अप्रैल के पहलगाम हमले को ‘सरकार की साजिश’ बताया था। उन पर राजद्रोह का केस दर्ज हुआ और 25 अप्रैल को उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
मध्यप्रदेश के भोपाल में 25 अप्रैल को एक कॉलेज के गेस्ट लेक्चरर नसीम बानो ने वॉट्सएप पर पहलगाम हमले को लेकर विवादित वीडियो शेयर किया। इस पर पुलिस ने लेक्चरर को हिरासत में लिया। छात्र संगठन ABVP ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि लेक्चरर ने दावा किया कि वह वीडियो उसने नहीं बनाया था। गलती से वीडियो वॉट्सएप स्टेटस पर लग गया था। इससे पहले राज्य में ऐसे मामलों में 3 गिरफ्तारी हो चुकी है।
विवादित टिप्पणी मामले में 25 अप्रैल को असम से 6 गिरफ्तारियां हुई। इनमें एक पत्रकार, छात्र और एक वकील शामिल था। इन आरोपियों ने सोशल मीडिया पर सरकार और देश विरोधी टिप्पणियां की थी।
वहीं त्रिपुरा में अब तक चार गिरफ्तारियां हुई हैं, जिनमें दो रिटायर्ड शिक्षक भी शामिल हैं। UP, झारखंड और छत्तीसगढ़ से भी एक-एक गिरफ्तारियां की गई हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, इन गिरफ्तारियों पर जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाएंगे। हम सभी सोशल मीडिया पोस्ट्स की जांच कर रहे हैं, और जो भी राष्ट्रविरोधी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। भारत और पाकिस्तान में कोई समानता नहीं है। दोनों देश आपसी दुश्मन हैं और हमें ऐसे ही रहना चाहिए।