सुल्तानपुर के शीतला-काली मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़
सुल्तानपुर में चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। शहर के शाहगंज क्षेत्र स्थित पौराणिक मां शीतला-मां काली मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। घंटे-घड़ियालों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
मां ब्रह्मचारिणी ज्ञान, ध्यान और वैराग्य की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। उनका स्वभाव सरल है और वह दुष्टों को सही मार्ग दिखाती हैं। मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी का उद्भव ब्रह्मा जी के कमंडल से हुआ है। इसी कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी नाम से जाना जाता है।
विश्वास है कि नवरात्रि के दूसरे दिन विधि-विधान से मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही पूरी श्रद्धा से की गई पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मां की आराधना से भक्तों को ज्ञान-ध्यान के साथ वैराग्य की प्राप्ति होती है।