एटा : CMO कार्यालय पर भ्रष्टाचार का आरोप, दिव्यांगों का धरना
एटा में दर्जनों दिव्यांगों ने अपनी समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। आदर्श दिव्यांग उत्थान समिति के बैनर तले यह प्रदर्शन धरना स्थल पर किया गया। समिति के प्रबंधक जी.के.आर.एस. राजपूत के नेतृत्व में दिव्यांगों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय और एआरटीओ दफ्तर पर गंभीर आरोप लगाए।
दिव्यांगों ने आरोप लगाया कि सीएमओ कार्यालय में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। कार्यालय में तैनात अधिकारी दिव्यांगों से मोटी रकम वसूलते हैं और उनका शोषण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हजारों की संख्या में दिव्यांग प्रमाण पत्र लंबित पड़े हैं। अधिकारी आवेदनों पर आनाकानी कर रहे हैं, जिससे आवेदनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। समिति के पदाधिकारी जी.के.आर.एस. राजपूत ने जानकारी दी कि ऑनलाइन आवेदन और निरीक्षण के बाद भी तत्काल सर्टिफिकेट नहीं दिए जाते।
दिव्यांगों को 15-20 दिन बाद आने को कहा जाता है, और फिर उन्हें मना कर दिया जाता है। उन्होंने दावा किया कि कार्यालय में 9,000 से अधिक आवेदन लंबित हैं। इस संबंध में पूर्व में भी जिले के आलाधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। दिव्यांगों ने एआरटीओ दफ्तर के अधिकारियों पर भी आरोप लगाए। उनका कहना था कि उन्हें गियरलेस वाहनों के लाइसेंस देने से वंचित किया जा रहा है। लाइसेंस न मिलने के कारण दिव्यांगों को वाहनों पर मिलने वाली छूट का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनका आर्थिक शोषण हो रहा है।
ज्ञापन सौंपने वालों में रघुराज सिंह, रीना देवी, छविनाथ सिंह, त्रिभुवन सिंह, सर्वेश कुमार, मनोज कुमार, श्यामलाल, नेत्रपाल, अंकित, रामकुमार और प्रवीण कुमार सिंह सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल रहे।

