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बिक रहे नकली Eggs, 10 वॉर्निंग संकेतों से करें सड़े अंडों की पहचान

Fake egg viral video: आजकल खाने-पीने की चीजों में भारी मिलावट होने लगी है. पेस्टिसाइड, हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल फल, सब्जियों में किया जाता है. दूध, दही, पनीर, खोया, मसाले में भारी मात्रा में मिलावट की जाती है. ऐसे में लोगों को समझ ही नहीं आता है कि कौन सी चीजें असली हैं और कौन सी नकली. हैरानी करने वाली बात तो ये है कि अब अंडा भी नकली मिलने लगा है. जी हां, इन दिनों सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें पके हुए अंडे का पीला भाग तोड़ने पर स्पंजी, रबर सा नजर आता है. इस तरह के नकली अंडे संभवत: लैब में केमिकल से तैयार किए जा रहे हैं, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं. ऐसे में आप भी अंडा खाते हैं तो पकने के बाद इसकी क्वालिटी को पहले सही से चेक कर लें, कहीं ये नकली अंडा तो नहीं. इसके अलावा, आप अंडा खरीदें तो असली-नकली की पहचान इन 5 तरीकों से जरूर कर लें.

असली-नकली अंडे की पहचान कैसे करें?

– काफी लोग सुबह नाश्ते में अंडा खाना पसंद करते हैं, लेकिन इन दिनों मार्केट में एक्सपायर, सड़े हुए बेकार और नकली अंडे भी धड़ल्ले से बिक रहे हैं. टीओआई में छपी एक खबर के अनुसार, खराब, एक्सपायर अंडे खाने से आपको फूड पॉइज़निंग हो सकती है, इसलिए शुरुआती चेतावनी के संकेतों को पहचानना बहुत ज़रूरी है. आप अंडे के रंग-रूप, बनावट, गंध और ताज़गी से इसके असली-नकली, खराब होने की पहचान कर सकते हैं.

-जब भी अंडा खरीदें तो उसके डिब्बे पर लिखे एक्सपायरी डेट को जरूर चेक करें. ऑनलाइन आप कार्टन में पैक अंडे मंगाते हैं तो लेने से पहले डेट जांचें. कार्टन के लेबल पर सही डेट ही बताएगा ये एक्सपायर, खराब है या खाने लायक है. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, अगर अंडों को ठीक से स्टोर किया जाए, तो आप उसे चार से पांच हफ़्ते तक खा सकते हैं. हां, डेट निकल जाए तो ना ही खाने में भलाई है.

– यदि आपको अंडे के खोल (shells) टूटे या क्रैक से नजर आएं तो इसे खरीदने से बचें. ये शेल्स एक नेचुरल प्रोटेक्टिव लेयर होता है, जिसके क्रैक होने पर अंडे के अंदर बैक्टीरिया घुस सकते हैं. बेहद छोटा सा क्रैक भी अंडे की ताजगी और सेफ्टी को प्रभावित करता है.

– अंडे के छिलके पर यदि आपको चिपचिपापन सा महूसस हो तो ये बैक्टीरियल इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है. ऐसी कोटिंग वाले अंडों को तुरंत फेंक देना चाहिए. साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया छिलके के ऊपर और अंडे के अंदर मौजूद हो सकते हैं, जिससे पेट की बीमारियां हो सकती हैं. 4° सेल्सियस या इससे कम तापमान में अंडों को फ्रिज में रखें. इससे बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में मदद मिलती है. अंडे कई दिनों तक फ्रेश बने रहते हैं.

-अंडे को उबालते हैं या एग करी बनाते हैं तो खाने से पहले चेक करें कि उजला या पीला भाग स्पंजी तो नहीं. तोड़ने पर रबर जैसा तो नहीं. अगर ऐसा महसूस हो तो इस तरह के अंडे को बिल्कुल न खाएं.

– कई बार अंडे के खोल को छूने पर पाउडर जैसे हाथों पर लग जाता है, ये फफूंदी या फंगल इन्फेक्शन का संकेत हो सकती है. अंडों पर फफूंदी तब लगती है, जब इसे गंदी, गर्म और नमी वाली जगहों पर रखा जाता है. क्रैक शेल होने से ये फफूंदी अंडे के अंदर भी जा सकती है. इससे अंडे के अंदर काले धब्बे नजर आ सकते हैं. इस तरह के अंडों को तुरंत फेंक देने में ही भलाई है.

– अंडे असली हैं या नकली, इसे आप पानी में डालकर भी चेक कर सकते हैं. एक बाउल में पानी डालें, इसमें अंडे को डाल दें. ताजे अंडे डूब जाएंगे, वहीं पुराने, खराब हुए अंडे पानी पर तैरते दिखेंगे, क्योंकि इनके अंदर गैस बन जाता है. हालांकि, इसे तोड़कर आप चेक करें कि इसकी महक कैसी है. बहुत गंदी स्मेल आए तो फेंक दें

– अंडे की स्मेल कई बार बहुत खराब होती है. ये महक अंडे की सेफ्टी को दर्शाता है. खराब अंडे हाइड्रोजन सल्फाइड रिलीज करते हैं, जो बेहद गंदा स्मेल छोड़ते हैं. अंडे को बाउल में तोड़कर देखें, अगर बेहद खराब, सड़ा सा स्मेल आए तो फेंक दे.

– अंडा फ्रेश होगा तो उसका सफेद वाला हिस्सा गाढ़ा और चिपचिपा सा होगा. यदि ये बहुत पतला, पानी जैसे फोड़ते ही फैल जाए तो ये पुरान अंडा हो सकता है. हालांकि, जरूरी नहीं कि सभी पतले सफेदी वाले अंडे खराब ही हों, लेकिन बदबू आए तो फेंक देने में ही भलाई है.

-कई बार अंडे की जर्दी यानी पीला वाला हिस्सा भी फोड़ते ही फैल जाता है. शेप सही नहीं होता है. एक फ्रेश अंडे की जर्दी गोल और सख्त होती है, जिसका रंग गहरा पीला या नारंगी होता है. चपटी, बेरंग जर्दी खराब क्वालिटी या अंडे के पुराने होने का संकेत है.

अंडे में मौजूद पोषक तत्व

अंडे में प्रोटीन भरपूर होता है, इसलिए मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाने, इनके निर्माण और मरम्मत के लिए बॉडी बिल्डर, वर्कआउट करने वाले, एथलीट्स, खिलाड़ी आदि अंडे खूब खाते हैं. इसमें प्रोटीन के अलावा, विटामिन ए, डी, ई, बी12, फोलेट होते हैं. वहीं, मिनरल्स में जिंक, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन आदि भी पाए जाते हैं

सड़े और खराब अंडे खाने से क्या होता है?

यदि आप एक्सपायर और खराब अंडे खाते हैं तो आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है. इससे आपके पेट में दर्द हो सकता है. उल्टी हो सकती है. डायरिया, बुखार, मतली, सिरदर्द, कमजोरी, डिहाइड्रेशन आदि की समस्या शुरू हो सकती है. खराब अंडों में साल्मोनेला नामक नुकसानदायक बैक्टीरिया होते हैं. ऐसे में अंडे जब भी बनाएं तो घर पर उसके असली-नकली होने की जांच ऊपर बताए गए तरीकों से जरूर कर लें. ऐसे अंडे बच्चों, बुजुर्गों को बिल्कुल न दें. इन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, ऐसे में खराब अंडे खाने से गंभीर रूप से इंफेक्शन हो सकता है.

अंडे खाने के फायदे (Eggs eating benefits in hindi)

अंडे खाने से मांसपेशियां तो मजबूत होती ही हैं, आंखों की रोशनी बढ़ती है. ल्यूटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट आंखों को हेल्दी रखने में काफी कारगर होते हैं. इसमें कैलोरी कम और प्रोटीन अधिक होता है, जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है. अंडे में मौजूद कोलीन ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करते हैं, याददाश्त बढ़ाते हैं. इसमें मौजूद विटामिन डी, कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूती देते हैं. अंडे में विटामिन ए, ई, बायोटिन होने के कारण ये बालों और स्किन के लिए भी हेल्दी होता है. गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर हार्ट को हेल्दी रखता है.

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