अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली 14 और पंचकोसी परिक्रमा, टूटे सभी रिकॉर्ड
अयोध्या: अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा रविवार को पूरी हो गई,अयोध्या के डीएम के अनुसार चौदह कोसी परिक्रमा में 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने का अनुमान लगाया गया है.डीएम चंद्र विजय सिंह ने बताया कि चौदह कोसी परिक्रमा रविवार को शुभ समय के अनुसार पूरी हुई और पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए जिसके तहत अनुमानित 30 से 35 लाख भक्तों ने भाग लिया.प्रभु राम की नगरी अयोध्या में इस बार की परिक्रमा बेहद खास रही. रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार 14 कोसी और पंचकोशी की परिक्रमा का आयोजन हुआ था.
जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था के पथ पर जय श्री राम का उद्घोष करते नजर आए. इतना ही नहीं पिछले कई साल का रिकॉर्ड इस वर्ष के परिक्रमा में टूट गया है. पिछले साल जहां 20 से 25 लाख श्रद्धालुओं ने 14 कोसी और पंचकोशी की परिक्रमा की थी तो वहीं इस बार 14 कोसी परिक्रमा में 30 लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया. वहीं पंचकोसी परिक्रमा में यह आंकड़ा लगभग 25 लाख पहुंच गया.
डीएम चंद्र विजय सिंह ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. परिक्रमा के लिए देर रात से भीड़ जुटनी शुरू हो गई, भक्तों ने “जय श्री राम” के जयकारे के साथ 42 किलोमीटर का रास्ता केवल पांच घंटे में तय किया. वहीं श्रद्धालुओं ने बताया कि इस बार की परिक्रमा में व्यवस्थाएं बहुत अच्छी थी. जगह-जगह पर पीने का पानी, बैठने का स्थान और स्वास्थ्य संबंधित सामग्री उपलब्ध थी. किसी प्रकार कोई समस्या नहीं हुई. अयोध्या को मुख्यमंत्री योगी ने त्रेता की अयोध्या बना दिया है.
सरयू में स्नान के बाद शुरू होती है परिक्रमा
घाट पुरोहित ओमप्रकाश पांडे ने बताया कि 14 कोसी और पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं ने सबसे पहले सरयू में स्नान किया. उसके बाद परिक्रमा के पथ पर एक-एक पग आगे बढ़ते नजर आए. लाखों की संख्या में इस वर्ष परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे. वहीं गोरखपुर से अयोध्या पहुंची श्रद्धालु रूपाली ने बताया कि हम लोगों ने 14 और पंचकोशी की परिक्रमा पूरी कर ली है.