बौखलाया पाक शिमला समझौते से हटा, कहा- नदियों का पानी रोका तो युद्ध माना जाएगा
- दिल्ली/ पाकिस्तान ने भारत के साथ शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है। पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए सख्त कदमों की प्रतिक्रिया में उसने ऐसा किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वीरवार को बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक में यह फैसला किया। बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान वाघा सीमा को बंद कर रहा है। पहलगाम हमले के मद्देनजर देश के खिलाफ नई दिल्ली की ओर से उठाए गए कदमों के जवाब में भारत के साथ व्यापार, शिमला समझौते समेत द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित करने और हवाई क्षेत्रों को बंद कर रहा है। पाकिस्तान ने कहा है कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी के प्रवाह को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यह पानी 24 करोड़ पाकिस्तानियों की जीवन रेखा है। बैठक में शहबाज शरीफ ने भारत के कदमों पर उचित प्रतिक्रिया के संबंध में विचार करने के लिए सरकार के प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेना प्रमुखों के साथ चर्चा की।
- बयान में कहा है कि वीजा पर सीमा पार कर चुके लोग 30 अप्रैल से उसी मार्ग से वापस आ सकते हैं। पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय रक्षा, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है। उन्हें 30 अप्रैल तक पाकिस्तान छोड़ने का निर्देश दिया गया है। भारतीय उच्चायोग में ये पद निरस्त माने जायेंगे। इन सलाहकारों के सहायक कर्मचारियों को भी भारत लौटने का निर्देश दिया गया है। उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या घटा कर 30 कर दी है।
- – अपना वायु क्षेत्र सभी भारतीय विमानों के लिए प्रतिबंधित किया।
- – वाघा सीमा बंद की, सभी तरह के व्यापार स्थगित।
- – भारतीयों के सभी दक्षेस वीजा निलंबित किए।
- सिख तीर्थयात्रियों को राहत
- भारत की ही तरह पाकिस्तान ने दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारतीय नागरिकों को जारी सभी वीजा भी निलंबित कर दिए हैं तथा सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर सभी वीजा तत्काल प्रभाव से रद माने जाएंगे। सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर, वर्तमान में एसवीईएस के तहत पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर बाहर निकलने का निर्देश दिया गया है।