गिरिडीह : सात पंचायत में ऑडिटर द्वारा जनसुनवाई में कई गड़बड़ियां का हुआ उजागर
गिरिडीह तिसरी प्रखंड के सात पंचायत में मनरेगा योजना के सामाजिक अंकेक्षण के तहत सात दिनों तक की गई जांच के दौरान भारी गड़बड़ी पाई गई है। मंगलवार को प्रखंड के सिंघो, गुमगी, बरवाडीह, तिसरी, खिजुरी, लोकाई, मनसाडीह के पंचायत भवन परिसर में ज्यूरी टीम के द्वारा जनसुनवाई कार्यक्रम की गई। जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता, मनरेगा मजदूर, जेई दीपक कुमार
पंचायत सचिव दुलार मरांडी अमीर लाल बैठा , रोजगार सेवक, दीपेश सिंहा, जितेंद्र कुमार, सिमोन मरांडी मुखिया हासिम उद्दीन, मुखिया प्रतिनिधी महेश कुमार राउत सहित मनरेगा मजदुर लोग उपस्थित थे
मिली जानकारी के अनुसार
विभिन्न पंचायतों में ऑडिटर द्वारा मनरेगा योजना का जांच लगभग सप्ताह दिन से किया जा रहा था जिसमें मनसाडीह पंचायत योजना बहुत ही गड़बड़ीया पाया गया
ऑडिटर बीआरपी अजय विश्वकर्मा ने कहा एक योजना में लागत से 2000 रूपये का ज्यादा भुगतान किया गया था और तीन चार ऐसे योजनाएं थी जो धरातल पर नही था और किसी योजना में 10000 , और किसी में 20000 की निकासी भी हो चुका था
और बहुत सारे ऐसे योजना थे जो अधूरा पड़ा था जो ऑडिटर द्वारा जल्द ही पूरा करने का निर्देष दिया गया है
और कहा योजनाएं की गड़बड़ियां में पंचायत सचिव, एंव मुखिया दोषी है क्यो की पैसा भुगतान का मुख्य मालिक पंचायत सचिव एंव मुखिया होता है और कहा जल्द ही सारा गड़बड़ियां योजना को पूरा करने का निर्देष दिया गया है नही तो इसकी रिपोर्ट आगे सौंपी जाएगी
वही लोकाई पंचायत में बीआरपी संजय कुमार ने बताया कुछ योजनाएं में गड़बड़ियां पाया गया जो ऑडिटर द्वारा जल्द ही पूरा करने का निर्देष दिया गया है और 18 योजनाएं में प्रकलन से अधिक भुगतान हो गया था जिसमें 35381 रूपये सरकारी नियम द्वारा वसुली करने का निर्देष दिया गया है और कहा जेई द्वारा भी एमबी में गड़बड़ी किया गया है और फाइन भी किया गया है इधर इस मामले को लेकर पंचायत सचिव दुलार मरांडी ने कहा जो भी योजनाएं में गड़बड़ियां पाया गया है जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा
बरवाडीह पंचायत भवन प्रांगण में मनरेगा योजना के तहत लगभग नो सौ योजना में तीन करोड़ पचासी लाख रुपए की निकासी की गई। सामाजिक अंकेक्षण दल के द्वारा ग्राम स्तर पर भौतिक सत्यापन के दौरान कई योजनाएं में भारी गड़बड़ी मिली। एक सौ इकसठ योजना की राशि तो निकाल ली गई लेकिन योजना का अभिलेख नही है। मास्टर रोल, एमबी गायब मिले। हालांकि धरातल पर काम हुआ है, लेकिन वह संतोषजनक नहीं है। कई मनरेगा योजना में प्रकल्लन राशि से अधिक राशि निकासी की मामले भी सामने आए। डीआरपी भीमलाल साहू ने कहा कि बरवाडीह पंचायत के मनरेगा योजना में भारी गड़बड़ी पाई गई है। कुछ मामला प्रखंड स्तरीय सुनवाई के लिए भेजा जा रहा है। एक सौ इकसठ योजना का अभिलेख नही रहने से सोसल ऑडिट नही हो पाया है। सभी योजना से राशि की भुगतान की गई है, लेकिन मास्टर रोल और एमबी संघारित नही है। हमारी टीम सात पंचायत में जनसुनवाई कराने में जुटी है।
जब इस बात लेकर जानकारी लेने के लिए रोजगार सेवक को कॉल के माध्यम से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो मोबाइल ऑफ आ रहा था।