गोरखपुर ठगी के आरोपी को चप्पल की माला पहनाई, नाराज महिलाओं का प्रदर्शन
गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में प्राइवेट बैंक खोलकर ठगी करने के आरोप में जगजीवन चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बैंक के संचालक सुनील कुमार चौहान के पिता हैं। मंगलवार शाम को गुस्साए लोग उन्हें पकड़कर चप्पल का माला पहनाने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
इस दौरान महिलाओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
बैंक में छुट्टी का पोस्टर लगाकर भाग गया संचालक 31 अगस्त को बिछिया मोहल्ला निवासी कंचन यादव ने शाहपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि बैंक में एजेंट के तौर पर नितीश कुमार, सूरज चौरसिया, अजय कुमार, विनोद तिवारी, रामअवतार, संतोष और सेराज जुड़े थे। वर्ष 2016 में जगजीवन ने बिछिया इलाके में अपने घर पर प्राइवेट बैंक की तरह ऑफिस खोला। एजेंट आम जनता के खाते खुलवाते और उनसे प्रतिदिन रकम जमा कराकर बैंक में जमा कराते थे। खाताधारकों को रसीद भी दी जाती थी।
पुलिस जांच में पता चला कि पिछले 9 साल में करीब 1,500 लोगों से पांच करोड़ रुपये जमा कराए गए। बैंक संचालक ने रक्षाबंधन के बाद 11 अगस्त से 14 अगस्त तक स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी का पोस्टर लगा कर बैंक बंद कर दिया। इसके बाद बैंक खुला नहीं और संचालक फरार हो गए।
16 सितंबर को जानकारी मिली कि जगजीवन चौहान बंद बैंक के ऊपरी हिस्से में बने घर में मौजूद हैं। पीड़ित एजेंटों के साथ लोग पहुंचे और उन्हें पकड़ लिया। गुस्साए लोगों ने उन्हें चप्पल का माला पहनाकर घूमाया। इस सूचना पर पहुंची पुलिस ने जगजीवन चौहान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बैंक संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फरार अन्य एजेंटों की भी तलाश की जा रही है। शाहपुर प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय ने बताया कि बैंक सीईओ के पिता को हिरासत लिया गया हैं। बृहस्पतिवार को उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।