सरकार को हो रहा राजस्व का भारी नुकसान, भारी मशीनों से मौरम खनन
फतेहपुर (मनीष तिवारी)। जनपद में यमुना किनारे स्थित घाटों पर मौरम खनन करने के लिए पट्टे दिये गये है। इसके तहत राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के नियमों के दायरे में बालू निकासी करना होता है, लेकिन कुछ जगह पट्टाधारक नियमों को ताकपर रखकर मौरम का खनन कर रहे हैं। आरोप है कि पुलिस प्रशासन के कुछ और संबंधित विभाग कर्मी की मिलीभगत से नदी की धारा से भारी मशीनों द्वारा मौरम की निकासी करवाई जा रही है। इससे सरकार को लाखों रुपये राजस्व का भी चूना लग रहा है। बता दें कि ललौली थानांतर्गत यमुना नदी किनारे के अड़ावल घाट के खण्ड नम्बर 9 में भी मौरम निकासी का पट्टा हुआ है। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि पट्टाधारक को पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी हुआ है। उसके मुताबिक न रात और न ही नदी की धारा से मौरम निकासी की जा सकती है। बावजूद इसके नदी की धारा से खनन किया जा रहा है, और रात के अंधेरे में भी मौरम निकासी कराई जा रही है। पट्टाधारक पुलिस प्रशासन के कुछ कर्मियों व खनन विभाग की मिली भगत हैं