मेरठ में गुर्जर समाज का हंगामा: नंदकिशोर गुर्जर बोले- सपा, कांग्रेस की साजिश
दादरी महापंचायत में समाज के लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में मेरठ में गुर्जर बिरादरी के लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान 4 थानों की पुलिस फोर्स के तैनात रही। सुबह 11 बजे प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा- जेल भेजे गए 17 लोगों को पुलिस छोड़े। वहीं जेल में बंद लोगों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
जेल में बंद लोगों से मिलने सरधना विधायक अतुल प्रधान पहुंचे। वहां लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा- शासन और प्रशासन को जल्द ही उनकी रिहाई करनी चाहिए।
वहीं लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी मेरठ में पहुंचे। उन्होंने एडीजी से मुलाकात की। सभी की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा- दादरी महापंचायत में हंगामा, पथराव करने वाले बाहरी और मुस्लिम लोग थे। सपा, कांग्रेस सभी विरोधी हैं। ये प्रदेश में दंगे कराने की साजिश रच रहे हैं।
मेरठ में बुधवार को गुर्जर समाज के लोग प्रदर्शन करने पहुंच गए। इस दौरान जेल की ओर जा रहे लोगों को पुलिस ने रोक दिया।
गुर्जर समाज ने 21 सितंबर को दादरी के मंडौरा में महापंचायत बुलाई थी। इसमें मेरठ सहित सहारनपुर, नोएडा, मुजफ्फरनगर से लेकर पश्चिमी यूपी के आसपास के जिलों के गुर्जर नेता पहुंचे थे। पंचायत में गुर्जरों के हक, टिकटों में भागीदारी जैसे तमाम मुद्दों पर बातचीत होना तय थी। लेकिन पंचायत शुरू होते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और लोगों को अरेस्ट करना शुरू कर दिया।
बताया जा रहा है कि मौके पर पुलिस ने लोगों को डंडा लेकर खदेड़ा, इससे लोग भड़क गए। पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया। इलाके में फोर्स बढ़ा दी गई है।
पूरे मामले में 22 को पुलिस लाइन ले जाया गया। इसमें 5 को छोड़ दिया गया। जबकि 17 लोगों को जेल भेज दिया गया। इसमें आसपा के राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र भाटी सहित अन्य 16 लोग हैं
लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आकर बुधवार को मेरठ के एसएसपी और एडीजी से मुलाकात की है। नंदकिशोर गुर्जर ने Media से बातचीत में कहा कि ये सपा, कांग्रेस सभी विरोधी हैं। ये प्रदेश में दंगे कराने की साजिश रच रहे हैं।
मोदी जी ने देश में इतना काम किया है दुनिया में उनकी लोकप्रियता है, योगी जी ने यूपी में इतना काम किया है कि इनको हराना संभव नहीं है। इसलिए इनको आपस में लड़ाओ। गुर्जर, राजपूत एक जाति हैं। कोई ये सिद्ध कर दे कि दोनों अलग हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
सम्राट मिहिर भोज प्रकरण से तो ये बात सिद्ध हो गई है। ये बात युवाओं को समझना चाहिए, हम एक हैं इससे एकता होना चाहिए, झगड़ा नहीं हो। उस दिन दादरी में बिना अनुमति के पंचायत थी इसके बाद भी अफसरों ने पूरा सहयोग दिया। जिन्होंने उस दिन पथराव किया वो दूसरे दल के लोग थे। वो गुर्जर नहीं थे। क्योंकि गुर्जर कभी पुलिस पर हमला नहीं करता।
उसमें कुछ जेहादी और मुस्लिम और अन्य थे। इसमें जो निर्दोष लोग जेल गए हैं उन्हें पुलिस छोड़े। उन्होंने कहा-जगह-जगह प्लानिंग के तहत बवाल कराए जा रहे हैं। ऐसे लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाए जाएंगे।
गुर्जर समाज पूरी तरह भाजपा का समाज है। ये बच्चों से गलती हुई कि बिना अनुमति के उन्होंने पंचायत की तो उस पर हमने एडीजी से बात की है उनको मदद की जाए। इसकी हमने पुलिस से बात की है।
दादरी पंचायत में हंगामा, पथराव करने वाले बाहरी लोग, मुस्लिम लोग थे। उन्होंने ही पथराव किया और पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। गुर्जर सबसे ज्यादा सनातन का सम्मान करता है, उनके साथ पूरा सनातन है।