कानपुर में 7 से 8 लोगों ने घेरकर पीटा, मां बोली- बेटे के नाखून तक नोच लिए
सिर्फ गाड़ी टच होने पर पड़ोसी ने मेरे बेटे को पीट-पीटकर मार डाला। प्लास से नाखून नोचे। वो गिड़गड रहा था, मुझे छोड़ दो, लेकिन उनको रहम नहीं । उसे सरेराह पीटते रहे, कोई बचाने नहीं आया।
ये कहना है मंजू का। उसके बेटे सुमित की 24 अप्रैल को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात को पड़ोसी और उसके सालों ने अंजाम दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी गुड्डू को अरेस्ट कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
मंजू ने बताया-बेटा सुमित बहुत सीधा-साधा था। अपने काम से मतलब रखता था। वो पिता को छोड़कर घर लौट रहा था। तभी गलती से उसकी बाइक पड़ोस में रहने वाले गुड्डू से टच हो गई।
तो उसने अपने सालों के साथ मिलकर मेरे बेटे को पीटा। प्लास से उसके पैर के नाखून नोचे। इसके बाद ईंट और लोहे की रॉड से सिर पर हमला किया। वो मदद के लिए चिल्लाता रहा।
लेकिन, आरोपियों ने उसकी एक न सुनी। इसकी शिकायत परिवार में की थी। इसके बाद आरोपियों ने धमकाया था कि अब ठीक नहीं होगा, शाम तक तुम्हारा बेटा बचेगा नहीं। सुमित की बहन आरती ने बताया- आरोपी मेरे भाई को घर से खींचकर ले गए। उसका सिर कई बार दीवार से लड़ाया। इतना तो कोई दुश्मन के साथ भी नहीं करता। जरा सही गलती के लिए कौन ऐसे पीटता है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, सुमित के साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी। इस दौरान उसके सिर की की 9 हड्डियां टूट गईं।
जिससे कोमा में जाने की वजह से उसकी मौत हुई है। उसके शरीर में 12 से ज्यादा गंभीर पिटाई के निशान मिले हैं। इसके साथ ही पैर के नाखून भी नोचे गए हैं।
ACP कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया-मुख्य आरोपी गुड्डू को अरेस्ट कर लिया है। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
सुमित के पिता अमित, मां मंजू देवी और मोहल्ले के सभी लोगों का कहना है कि इतनी गंभीर वारदात होने के बाद भी पुलिस सिर्फ FIR करके शांत बैठ गई।
बच्चे की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हुई तो पुलिस हरकत में आई। तब जाकर तीन दिन बाद मुख्य आरोपी गुड्डू को अरेस्ट किया है।