ईरान ने कतर में अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइलें दागीं, पेट्रोल ₹120/लीटर तक पहुंच सकता है
ईरान ने कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयर मिलिट्री बेस पर मिसाइलें दागीं। यह मिडिल ईस्ट में US का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है। यहां 8 से 10 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। ईरान ने ये हमला अमेरिका के 21 जून हमले के जवाब में किया। अमेरिका ने ईरान के 3 एटमी ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर B-2 बॉम्बर से 13,608 किलो के दर्जनभर बंकर बस्टर बम गिराए थे।
ईरान ने पुतिन से मदद मांगी: ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मदद मांगी है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की। उन्होंने पुतिन को खामेनेई का एक लेटर सौंपा, जिसमें समर्थन मांगा गया है। फिलहाल यह साफ नहीं है कि ईरान रूस से किस तरह की मदद चाहता है।
ईरान बोला- न्यूक्लियर प्रोग्राम नहीं रोकेंगे: ईरान के उप विदेश मंत्री माजिद तख्त रवांची ने कहा कि ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम नहीं रोकेगा। वहीं इजराइल ने ईरान के फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमला किया। यह हमला ठीक उसी जगह हुआ, जहां रविवार को अमेरिका ने बस्टर बम गिराए थे। इजराइल ने ईरान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़े ठिकानों पर हमले किए, दावा किया कि हमले में सैकड़ों सैनिक मारे गए। 13 जून से जारी इजराइल-ईरान जंग में 700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
ईरान की संसद ने हाल ही में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का प्रस्ताव पास किया है। अगर ऐसा होता है तो कच्चे तेल की कीमतें 30-50% तक बढ़ सकती हैं। दुनिया का 20-25% कच्चा तेल और 25% नेचुरल गैस स्ट्रेट ऑफ होर्मुज से होकर गुजरता है। क्रूड ऑयल के दाम बढ़कर 80 डॉलर प्रति बैरल हो गए हैं। अगर कीमतों में इजाफा जारी रहता है, तो पेट्रोल 120 रुपए या उससे ऊपर पहुंच सकता है।