कानपुर : SBI के कर्मचारी लुटेरे से भिड़ गए, चाकू लगने के बाद भी पीछे नहीं हटे
कानपुर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के कर्मचारी लुटेरे से भिड़ गए। चाकू लगने के बाद भी पीछे नहीं हटे। उन्होंने लुटेरे को पकड़कर रस्सी से बांध दिया और बैंक को लूटने से बचा लिया।
घटना शनिवार सुबह 11 बजे की है। घाटमपुर में पतारा कस्बे की SBI ब्रांच में लुटेरा हथियारों से लैस होकर घुसा। गार्ड ने रोका तो उसे दो बार चाकू मारे। यह देख बैंक में मौजूद मैनेजर, कैशियर और महिला कर्मचारी चिल्लाने लगे।
लुटेरे ने मैनेजर और कैशियर पर भी चाकू से हमला कर दिया। करीब 30 मिनट तक बैंक में खून-खराबा करता रहा, लेकिन बैंक कर्मियों ने हिम्मत नहीं हारी, उसे घेर लिया।
जख्मी होने के बावजूद एकजुट होकर हमलावर पर टूट पड़े। हाथापाई में लुटेरा गंभीर घायल हो गया। बैंक कर्मियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तीनों कर्मचारियों और लुटेरे को अस्पताल में भर्ती करवाया। आरोपी की पहचान लवी के रूप में हुई है।
इस घटना का CCTV सामने आया है। इसमें 11 बजे मुख्य गेट से सफेद जैकेट पहने युवक अंदर दाखिल होता दिखता है। वह बैंक में गेट के दाई तरफ बैठे सिक्योरिटी गार्ड की तरफ बढ़ता है। कमर से एक धारदार हथियार निकालता है। हमला कर देता है, सिक्योरिटी गार्ड के साथ हाथा-पाई शुरू हो जाती है।
सिक्योरिटी गार्ड अपनी बंदूक नहीं छोड़ता है। मगर हाथा-पाई में बंदूक जमीन पर गिर जाती है। इसी दरम्यान एक और कर्मचारी मदद को आ जाता है। दोनों मिलकर लुटेरे को घेर लेते है। मगर लुटेरा मारपीट करना जारी रखता है। वह इस दरम्यान सिक्योरिटी गार्ड को घायल कर देता है। दूसरे कर्मचारियों ने आकर लुटेरे को पकड़ लिया। CCTV में दिखता है कि गुस्साए कर्मचारी लुटेरे की पिटाई करते हैं। लुटेरा भागने का प्रयास करता है। मगर कर्मचारी उसको पकड़े रहते हैं।बैंक मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया- साढ़े 10 बजे का समय था। मैं, कैशियर प्राणनाथ शुक्ला और महिला सहायक सपना कुमारी अंदर पहुंचकर अपना काम शुरू कर रहे थे। तब तक बैंक में कोई ग्राहक नहीं आया था। बैंक के सिक्योरिटी गार्ड सुनील कुमार गेट पर ही खड़े थे।
इस दौरान युवक हाथ में देसी कट्टा लेकर अंदर घुसा। गार्ड ने जैसे ही उसके पास कट्टा देखा तो रोकने का प्रयास किया। शोर मचाया, तब तक हम लोग मौके पर पहुंच गए। इस बीच युवक ने चाकू निकाल लिया था और गार्ड पर हमला कर रहा था।
बैंक मैनेजर ने कहा- हम लोगों ने उसे दबोचने का प्रयास किया, तो लुटेरे ने मुझ पर और कैशियर पर चाकू से हमला कर दिया। बदमाश इतना आक्रामक था कि जो भी सामने आता, उस पर चाकू से वार कर रहा था। देखते ही देखते उसने गार्ड के चेहरे पर दो से तीन बार चाकू मार दिया।
मैंने उसे पीछे से पकड़ने की कोशिश की, तो मेरे ऊपर भी वार कर दिया। हमारे कैशियर को भी घायल किया। एक बार तो हम लोग बहुत घबरा गए। लेकिन हम लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और उसे मिलकर घेर लिया, फिर उस पर टूट पड़े।मैनेजर ने बताया- यह सब देखकर महिला कर्मचारी सपना कुमारी ने बैंक का हूटर बजा दिया। बैंक का हूटर सुनते ही आसपास के लोग बैंक के अंदर भागकर पहुंचे। उन्हें देखकर हम लोगों की हिम्मत आ गई।
पहले हमने उससे चाकू और तमंचा छीना, फिर युवक को पकड़कर रस्सी से बांध दिया। महिला कर्मचारी ने पुलिस को फोन कर दिया। लुटेरे और हम लोगों के बीच लगभग 25-30 मिनट तक संघर्ष चलता रहा।
गार्ड के बाद लुटेरे पर टूटने वाले कैशियर प्राणनाथ शुक्ला का कहना है- हम लोग एकदम से दहशत में आ गए। लेकिन हौसला नहीं छोड़ा। हमें लगा अगर हम लोग जरा भी कमजोर पड़े तो ये बैंक लूटकर फरार हो जाएगा।
जब-जब वो चाकू से वार करता, हम लोग बचकर उसे पकड़ने की कोशिश करते। अगर बदमाशों की संख्या इससे ज्यादा होती तो हम भी उन्हें रोक नहीं पाते, लेकिन एक बदमाश होने के कारण हम सब ने मिलकर उसे पकड़ लिया। घटना की सूचना मिलते DCP क्राइम आशीष श्रीवास्तव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को एम्बुलेंस से पतारा सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने प्राइमरी इलाज के बाद सिक्योरिटी गार्ड को कानपुर हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। बैंक मैनेजर और कैशियर कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
फोरेंसिक टीम ने बैंक में जांच-पड़ताल कर सबूत जुटाए। पुलिस ने लुटेरे से देसी तमंचा 315 बोर, चाकू, दो धारदार ब्लेड बरामद किए हैं। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडेय ने बताया- घटना की जांच-पड़ताल की जा रही है। लुटेरे को पुलिस कस्टडी मेंं जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इसका इलाज चल रहा है। उसे गंभीर चोट आई है।
पिता अवधेश ने बताया कि उनका बेटा लवी सुबह घर से नागेलिनपुर मंदिर में दर्शन करने जाने की बात कहकर निकला था। इसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा कभी भी धार्मिक कार्यक्रम में जाया करता था। तो वह शाम को घर लौटता था। इसलिए परिजनों ने अभी तक युवक की खोजबीन नहीं शुरू की थी। घरवालों को युवक के द्वारा बैंक लूटने के प्रयास की कोई जानकारी नहीं थी। घरवाले इस बात को सुनकर हैरान हैं।