खुर्जा। भगवान श्री राम के द्वारा ताड़का वध की लीला हुई
श्री रामलीला महोत्सव खुर्जा की लीला मंचन जंक्शन रोड स्थित श्री रामलीला मैदान पर राम मय वातावरण मे हुआ।अयोध्या मे धीरे धीरे समय बीत रहा है ।
श्री राम एवं उनके सभी अनुज युवा अवस्था को प्राप्त हो रहे है ..
इसी के साथ पृथ्वी पर राक्षसों का आतंक इतना बड़ गया कि पृथ्वीलोक पर ऋषि, मुनिओं को यज्ञ और हवन करना भारी पड़ गया ।
इससे सभी पृथ्वी वासी त्राहि त्राहि करने लगे ..महर्षि विश्वामित्र जी इसके निदान के लिए राजा दशरथ के महल मे जाते है ..
तथा राजा दशरथ को पृथ्वी लोक पर राक्षसों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए श्री रामचंद्र जी एवं लक्ष्मण जी को अपने साथ ले जाने की इच्छा रखते है ..
भारी मन से दशरथजी अपने दोनो पुत्रों को उनके साथ भेज देते हैँ ।
श्री राम जी के अपने अनुज संग आने का समाचार सुनकर ऋषि,मुनियों मे हर्ष की लहर दौड़ जाती है ।यज्ञ की तैयारियां शुरू हो जाती हैं ।
इसी बीच आकाश मार्ग से सुबाहु एवं ताडका नामक राक्षसी जा रही होती है ।
यज्ञ की तैयारी देख विघ्न डालने को उतावली हो जाती हैं ।यह देख महर्षि विश्वामित्र ने श्री राम जी को इशारा किया।
इससे ताडका क्रोध मे आ जाती है ।सुबाहु वध कर श्री राम जी ने एक ही तीर से उसके प्राण हर कर उसको अपना दिव्य स्वरूप दिखाकर ताडका का उद्धार किया ।
एकहि बान प्राण हरि लिन्हा,
दीन जानि तेहि निजपर दिन्हा।।
इसी के साथ ऋषि मुनिओं, गन्धर्वो एवं किन्नर सहित सभी मे हर्ष की लहर दौड़ गयी ।
इसके पश्चात महर्षि विश्वामित्र जी को जनक पुरी मे राजा जनक की पुत्री के स्वयंबर की जानकारी मिलती है ।
महर्षि विश्वामित्र दोनो के साथ जनकपुरी को प्रस्थान करते हैँ ।
इस अवसर पर पुनीत साहनी प्रधान,
दीपक गर्ग जनरल मैनेजर, सचित गोविल महामंत्री
,सचिन बंसल कोषाध्यक्ष
पंडित् अनिल शर्मा,अशोक पालीवाल,आशीष यादव,चंद्र प्रकाश तायल मीडिया प्रभारी, विनीत आर्य सोशल मीडिया, अशोक टिम्मी, अरुण गर्ग,आशीष गोविल,अरुण गर्ग काशी धुपबत्ती,सतीश शर्मा,रवि अग्रवाल,देवेंदर आर्य, अजय सिंघानिया, प्रमोद वर्मा ,उमा शंकर अग्रवाल ,डी सीं अग्रवल ,शुभम गुप्ता, दीपक साहूकार ,महेश चौधरी ,मिंकू तायल सहित बड़ी मात्रा मे उपस्थित थे ।
लीला का सुन्दर प्रस्तुति वेदप्रकाश जी एवं पंडित प्रेम प्रकाश ने कराया ।सम्पूर्ण मैदान राम मय हो गया ।