लखनऊ : दरोगा धनंजय सिंह को 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा
लखनऊ में दरोगा धनंजय सिंह को 2 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा है। वह यह रिश्वत दो लोगों से गैंगरेप से नाम हटाने के एवज में ले रहा था। यह पूरा वाकया बुधवार रात का है। अब धनंजय का रिश्वत लेते हुए एक्सक्लूसिव वीडियो भास्कर रिपोर्टर को मिला है। 1.12 सेकेंड के इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस चौकी में दरोगा धनंजय सिंह बैठा है।
इस दौरान गैंगरेप के आरोपी प्रतीक गुप्ता और उसका साथी आमिर भी कुर्सी पर बैठे हैं। हालांकि उनका पूरा चेहरा नहीं दिख रहा है। प्रतीक 500-500 रुपए के नोटों की 4 गड्डी निकालकर दरोगा धनंजय सिंह के सामने मेज पर रख रहे हैं। दरोगा आमिर से फाइल उठाने को कहता है। फिर प्रतीक से इस फाइल में रुपए रखने को कहता है। प्रतीक नोटों की गड्डी फाइल में रख देते हैं।
इसके बाद दरोगा नोटों से भरी फाइल को उठाकर मेज की दूसरी तरफ रख देता है। वीडियो में 2 लाख रुपए के लेनदेन की आवाज भी आ रही है। इसी के बाद एंटी करप्शन की टीम उसे रंगे हाथों दबोच लेती है। यह पूरा वीडियो महानगर थाना की पेपर मिल कॉलोनी पुलिस चौकी का है।
धनंजय सिंह यहीं पर बतौर दरोगा तैनात था। उसके खिलाफ अलीगंज थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
घटना के सालभर बाद दर्ज कराया गैंगरेप का केस
आलमबाग स्थित ब्रिटिश स्कूल ऑफ लैंग्वेज के संचालक प्रतीक गुप्ता और एक अन्य शख्स रियाज पर 9 सितंबर 2025 को महानगर थाने में गैंगरेप का मुकदमा दर्ज हुआ। यह मुकदमा प्रतीक गुप्ता की प्राइवेट सेक्रेटरी ने दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया कि प्रतीक गुप्ता मूल रूप से कानपुर के फजलगंज दर्शनपुरवा श्याम भवन का रहने वाला है। मौजूदा समय में महानगर निशातगंज स्थित सांई धाम अपार्टमेंट के फ्लैट में अकेले रहता है। 8 सितंबर 2024 को आरोपी प्रतीक ने काम के बहाने से अपने फ्लैट पर बुलाया।
महानगर निवासी रियाज भी वहां पहले से मौजूद था। प्रतीक ने पीने के लिए कॉफी दी। कॉफी पीते ही वह नशे में आ गई। इसके बाद प्रतीक और रियाज ने उनके साथ रेप किया। उनका अश्लील वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर डराते रहे। डर के कारण एक साल बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के दूसरे दिन ही 10 सितंबर 2025 को प्रतीक गुप्ता को कानपुर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। 16 अक्टूबर 2025 को उन्हें बेल मिली।

