लखनऊ : 8 महीने से रुका पड़ा है काम, ₹74 करोड़ के ओवरब्रिज में रोड़ा बना मकान
लखनऊ में 74 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे फ्लाईओवर का काम 8 महीने से रुका हुआ है। वजह- सिर्फ एक मकान, जो पुल के सामने है। इसके निर्माण को लेकर जब भी किरकिरी होती है तो LDA इस मकान पर पर नोटिस चस्पा कर देता है। फिर कोई कार्रवाई नहीं करता। लखनऊवासियों की डिमांड पर 2023 में रक्षामंत्री ने इस ओवरब्रिज का शिलान्यास किया था।
फ्लाईओवर केसरीखेड़ा में बनाया जा रहा है। इसका निर्माण पूरा न होने से इलाके के करीब 10 हजार लोग रोज परेशानी का सामना कर रहे हैं। एक बार फिर से फ्लाईओवर का रुका निर्माण चर्चा में है। इस बार लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने पुल निर्माण में रोड़ा बन रहे मकान के बिल्डर को नोटिस दिया है। फ्लाईओवर न बनने से लोगों को क्या परेशानी हो रही है, किनके मकान-दुकान रास्ते में आ रहे हैं
कृष्णानगर-केसरीखेड़ा क्रॉसिंग पर दिन में कई बार रेलवे फाटक बंद होता है। इसके चलते कई बार जाम जैसे हालात बन जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत ऑफिस टाइमिंग में होती है। राहगीर आधे से एक घंटे तक जाम में फंसे रहते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए स्थानीय लोगों ने सांसद राजनाथ सिंह से फ्लाईओवर बनवाने की गुहार लगाई थी।
सेतु निगम, रेलवे और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम ने सर्वे किया। इसके बाद 973.56 मीटर लंबे टू लेन फ्लाईओवर निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया। शासन स्तर से 8 जुलाई 2023 को 74.48 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई। इसके बाद सेतु निगम ने रक्षा मंत्री से 17 जुलाई 2023 को केसरीखेड़ा फ्लाईओवर का शिलान्यास कराया था। करीब 973.56 मीटर लंबे और 74.48 करोड़ रुपए की लागत वाले इस फ्लाईओवर को पांच लाख से अधिक की आबादी के लिए राहत माना जा रहा था। लेकिन अब यह जनता के लिए सिरदर्द बन गया है। निर्माण कार्य 8 महीने से ठप है। फ्लाईओवर के दोनों हिस्सों के बीच दीपू यादव, राजेश यादव, राकेश यादव, राम विजय, पंकज, राकेश सुमित, अरुण और रामस्वरूप के मकान और दुकानें बाधा बने हुए हैं।