लखनऊ चिड़ियाघर में बड़ा हादसा : दरियाई घोड़े ने कर्मचारी का पेट फाड़ डाला
लखनऊ चिड़ियाघर में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां एक दरियाई घोड़े ने सफाई कर्मचारी सूरज को बाड़े में मार डाला। सूरज बाड़े में सफाई करके चारा डालने करने गया था। उसी वक्त दरियाई घोड़े ने सूरज का पेट अपने दांतों से फाड़ डाला।
दरियाई घोड़े के हमले में एक अन्य कर्मचारी राजू भी घायल हुआ है। उसको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने इसकी जानकारी सूरज के परिवार को दी। पहले घरवाले सिविल अस्पताल पहुंचे फिर उन्होंने चिड़ियाघर के गेट पर हंगामा शुरू कर दिया।
ये हादसा कैसे हुआ, चिड़ियाघर प्रशासन इसकी एक आंतरिक जांच करवा रहा है। साथ ही सूरज के परिवार की तत्काल आर्थिक सहायता के लिए 50 हजार रुपए दिए गए। हाल में यह दरियाई घोड़ा कानपुर जू से लखनऊ शिफ्ट किया गया था।
54 साल का सूरज दुबग्गा के धानुका का रहने वाला था। उसके परिवार में 11 साल की बेटी और 9 साल का बेटा है। पत्नी हाउसवाइफ है। सिविल अस्पताल में परिवार के सदस्यों ने बताया कि सूरज को सिर्फ 5500 रुपए सैलरी मिलती थी और वह संविदा पर काम करता था।
वह करीब 12 साल से अलग-अलग वन्य जीवों के बाड़े में सफाई कर रहा था। ये उसका रूटीन वर्क था। मगर, जिस दरियाई घोड़े ने उसके ऊपर हमला किया है, वह अभी कुछ दिन पहले ही कानपुर चिड़ियाघर से लाया गया था। इसलिए उसके स्वभाव को लेकर सूरज को बहुत अंदाजा नहीं था। नहीं तो वह हादसे से बच सकता था।
सूत्रों के मुताबिक, सफाई कर्मचारी चारा डालने के लिए दरियाई घोड़े के बाड़े के अंदर चला गया। जबकि चिड़ियाघर में नए जानवर की शिफ्टिंग के बाद डॉक्टर की टीम के बगैर कर्मचारी को उसके बाड़े में अंदर नहीं जाना चाहिए था। अभी दरियाई घोड़ा 14 दिन की विशेष निगरानी में था। ऐसे में ये हादसा विभागीय लापरवाही का साफ उदाहरण है।