23 महीने थिएटर से नहीं हटी थी मीना कुमारी की ब्लॉकबस्टर
नई दिल्ली. बॉलीवुड में कई सितारे आए और अपनी एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया.एक एक्टर तो ऐसा भी था, जिसने करियर की शुरुआत में छोटे-छोटे रोल किए. लेकिन साल 1952 में उन्होंने ऐसा रोल निभाया कि सीधा राज कपूर और दिलीप कुमार को ही टक्कर दे डाली.
इस ब्लॉकबस्टर फिल्म को राज कपूर ने रिजेक्ट कर दिया था. लेकिन इसी फिल्म से नए नवेले एक्टर की किस्मत चमक उठी थी, वह रातोंरात स्टार बन गया था. फिल्म की रिलीज से पहले उस पर लोगों ने फ्लॉप होने की आशंका जताई थी.
हिंदी सिनेमा का वो जाना माना एक्टर कोई और नहीं, बल्कि अपने दौर के टैलेंटेड एक्टर भारत भूषण थे. उन्होंने ‘कालिदास’, ‘तानसेन’, ‘कबीर’, ‘मिर्जा गालिब’ और ‘बैजू बावरा’ जैसी फिल्मों में ऐसी अदाकारी की कि बड़े-बड़े स्टार्स को टक्कर दे दी.इससे पहले वह बस फिल्मों में छोटे छोटे रोल निभाते थे. लेकिन एक फिल्म ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया था.
साल 1952 में आई वो क्लासिक फिल्म है ‘बैजू बावरा’. फिल्म ने जब सिनेमाघरों में दस्तक दी तो, फिल्म बड़ी धीमी रफ्तार से आगे बढ़ी थी. डायरेक्टर विजय भट्ट को लोगों ने चेतावनी भी दी थी कि वह किस तरह की फिल्म बना रहे हैं.
लोगों के इतने कहने के बाद भी डायरेक्टर अपनी जिद पर अड़कर इस फिल्म को बनाया था. उनकी खूब आलोचना भी हुई थी. लेकिन फिल्म रिलीज हुई तो थिएटर में ऐसा धमाल मचाया कि पूरे 100 हफ्ते तक चलती रही. <br />’बैजू बावरा’की कहानी ने तो लोगों का दीवाना ही बना दिया था. फिल्म की बात करें तो सिनेमाघरों में इस फिल्म को इतना पसंद किया गया था कि ये 100 हफ्तों तक थिएटर्स से हटी ही नहीं थी. यानी कि पूरे 23 महीने फिल्म लगी रही और कोई दूसरी फिल्म नहीं लगी. फिल्म में मोहम्मद रफी ने अपनी आवाज के जादू के साथ ही अपनी क्लासिकल एबेलिटी और अपनी वाइड रेंज भी दिखाई थी.आज भी फिल्म को काफी पसंद किया जाता है. फिल्म के गाने भी काफी हिट हुए थे.