मेरठ : मेहंदी सजाए बैठी रही दुल्हन, सिपाही दूल्हा नहीं आया
मेरठ में दहेज की लालच में एक लड़की की शादी नहीं हो सकी। मंडप सज चुका था, दुल्हन सज-संवर के तैयार थी, मेहमानों का जमावड़ा लगा था। सभी तैयारियां हो चुकी थीं। बस बारात के आने का इंतजार था। लेकिन, ऐन वक्त पर दूल्हे ने बारात लाने से इनकार कर दिया।
दरअसल, परिजन और रिश्तेदार बारात के स्वागत करने के लिए पलकें बिछाए बैठे थे। देर शाम तक जब बारात नहीं पहुंची तो लड़की के परिजनों ने दूल्हे के पिता को कॉल किया। उसने देरी की वजह पूछी। इस पर जवाब मिला कि पहले दहेज का 50 लाख रुपए पूरे कीजिए, इसके बाद हम बारात लेकर आएंगे।
इतना कहकर उन्होंने कॉल काट दिया। फिर पूरे मंडप में सन्नाटा छा गया। इसके बाद दुल्हन के पिता थाने पहुंचे। वहां पर दूल्हे और उसके पिता के खिलाफ तहरीर दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला रविवार का दौराला थाना क्षेत्र का है।
लड़की के पिता महेश कुमार शर्मा ने बताया- 2 फरवरी 2025 को मेरी बेटी का रिश्ता तय हुआ। परतापुर क्षेत्र के गांव अछरोंडा के रहने वाले अभिषेक शर्मा पुत्र गोपाल शर्मा से उसकी शादी तय हुई। अभिषेक यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं। इस समय कासगंज में तैनात हैं। 1 नवंबर को सगाई और शादी 2 नवंबर की तारीख फिक्स हुई।
शादी से पहले की रस्मों में 2 फरवरी 2025 को हुए ‘रोका’ में करीब 2 लाख रुपए खर्च किए गए। 1 नवंबर को लड़की के परिजन सगाई का कार्यक्रम लेकर लड़के के घर पहुंचे थे, जहां सभी रीति-रिवाजों के साथ सगाई हुई। इसमें जेवर, 5 लाख रुपए के इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर, 1 लाख रुपए का चेक (आईसीआईसीआई बैंक), 2 लाख रुपए के कपड़े, अन्य घरेलू सामान, फल और 51 हजार रुपए की मिलाई दी गई थी।
महेश कुमार शर्मा ने आगे कहा- सगाई से लौटने के बाद परिवार और रिश्तेदार शादी की तैयारियों में जुट गए। हाईवे स्थित सुमित्रा फॉर्म हाउस में शादी होनी थी। इसके लिए डेढ़ लाख रुपए में मंडप बुक किया गया था। खाने-पीने की तैयारियों को लेकर 3 लाख रुपए का सामान खरीदा गया। हलवाई को 50 हजार रुपए दिए जा चुके थे। इसके अलावा करीब 1 लाख रुपए का अन्य खर्च भी हो चुका था। उन्होंने आगे कहा- बारात वाले दिन रविवार शाम को सभी लोग तैयारियों में लगे थे और बारात का इंतजार कर रहे थे। शाम करीब 5 बजे तक जब बारात नहीं पहुंची तो हमने अभिषेक के पिता गोपाल शर्मा को फोन किया। इस पर उन्होंने कहा कि हमें 20 लाख रुपए कैश चाहिए। पूरा दहेज 50 लाख का चाहिए। तुमने सिर्फ 7 लाख रुपए दिए हैं। जब तक कैश नहीं दोगे, मैं बारात लेकर नहीं आऊंगा। हमने काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की। मान-मनौव्वल की, लेकिन वे नहीं माने और फोन काट दिया।
इसके बाद हमने दूल्हे अभिषेक को फोन कर बात की। उसने कहा- मेरी नौकरी लगने में ही 20 लाख रुपए खर्च हो गए। 50 लाख पूरा होने पर ही मैं बारात लेकर आऊंगा। पहले 50 लाख रुपए पूरा करो। जब दुल्हन के पिता ने असमर्थता जताई तो दूल्हे ने कहा कि मेरे पिता से बात करो। इतना कहकर उसने भी फोन काट दिया।
सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया-रात में पीड़ित परिवार की तहरीर मिली थी। उसके आधार पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की आगे जांच की जा रही है।

