मुरादाबाद : SHO हटवाने को बजरंग दल नेता ने कटवा दी गाय
मुरादाबाद, बजरंग दल का जिला प्रमुख सुमित उर्फ मोनू विश्नोई ‘बजरंगी’ 3 साथियों समेत गोकशी के मामले में पकड़ा गया है। मोनू विश्नोई ने ये साजिश छजलैट के एसएचओ को हटवाने के लिए रची थी। लेकिन पुलिस के इलेक्ट्रानिक सर्विलांस में वो धरा गया। उसके दो साथी अभी भी फरार हैं। SSP ने दोनों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया है।
सुमित उर्फ मोनू विश्नोई मुरादाबाद जिले के छजलैट थाना प्रभारी पर मनचाहे काम कराने के लिए प्रेशर बना रहा था। एसएचओ के इंकार कर देने पर उसने उसे हटवाने की ठान ली थी। मोनू ने प्लानिंग के तहत छजलैट क्षेत्र में 15 दिन के भीतर 2 स्थानों पर गायों के अवशेष फेंकवाए थे।
मोनू ने कांवड़ पथ पर भी गाय कटवाकर उसके अवशेष फेंकवाए थे। इसके बाद वो थाना क्षेत्र में गोकशी की घटनाएं बढ़ने का हवाला देकर बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ छजलैट थाने पर धरना प्रदर्शन करने भी पहुंच गया था। वो लगतार यही मांग कर रहा था कि गोकशी रोकने में नाकाम छजलैट के थाना प्रभारी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए
मुरादाबाद में हरिद्वार हाईवे पर अगवानपुर से कांठ तक कांवड़ पथ बना है। कांवड़ के दिनों में कांवड़िए इस पथ का इस्तेमाल करते हैं। 16 जनवरी को कांवड़ पथ पर छजलैट थाना क्षेत्र में समदपुर चौराहे के पास एक गाय का सिर और खाल पड़ी मिली थी। सूचना देने वाले ने पुलिस को बताया था कि वो 10 मिनट पहले उस रास्ते से गुजरा तो कुछ नहीं था लेकिन 10 मिनट बाद वहां गाय के अवशेष पड़े मिले। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी। लेकिन पड़ताल में मौके पर गोकशी होने के कोई अवशेष नहीं मिले। छानबीन में पता चला कि किसी दूसरे स्थान से अवशेष लाकर कांवड़ पथ पर डाले गए हैं।
29 जनवरी को छजलैट थाने के गांव चेतरामपुर के जंगल में फिर से गाय के अवशेष पड़े मिले। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें मौके पर गाय की कटी हुई गर्दन, पशु काटने के उपकरण और एक लोअर घटनास्थल पर पड़ा मिला। लोअर की जेब में एक पर्स था। कुछ पैसे भी रखे थे। इसमें एक फोटो और डायरी भी पुलिस को मिली थी।डायरी पर महमूद और अजहर के नाम और मोबाइल नंबर थे। फोटो की शिनाख्त करने पर फोटो महमूद पुत्र मकसूद निवासी चेतरामपुर थाना छजलैट मुरादाबाद का निकला। पुलिस ने इस घटना का भी मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी।
इन दो घटनाओं के सामने आने के बाद बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित उर्फ मोनू विश्नोई ने 30 जनवरी को छजलैट एसओ को हटाने के लिए छजलैट थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया। बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ छजलैट थाने पर धरना देने पहुंचे मोनू विश्नोई ने तत्काल छजलैट थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की। प्रदर्शन करने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कहा कि छजलैट क्षेत्र में गोकशी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसलिए छजलैट के थाना प्रभारी को सस्पेंड किया जाए।
महमूद से पूछताछ में मिले क्लू के बाद पुलिस ने उसी के गांव चेतराम निवासी शाहबुद्दीन को पूछताछ के लिए बुलाया। पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर निकालकर भी छानबीन शुरू की। सीडीआर से पता चला कि वो बजरंग के जिला प्रमुख मोनू विश्नोई के टच में था। पुलिस से कड़ाई से पूछताछ करने पर शाहबुद्दीन पुत्र मुज्जफर हुसैन ने बताया कि उसके भाई रुखशाद की हत्या गांव के ही महमूद उर्फ मोटा पुत्र मकसूद, अजहर पुत्र मोहम्मद उमर ने की थी। इसीलिए मैं और मेरा भाई जमशेद इन लोगों से अपने भाई की हत्या का बदला लेना चाहते थे।
शाहबुद्दीन ने बताया कि करीब 20 दिन पहले उसकी और उसके भाई की मुलाकात मोनू विश्नोई निवासी रसूलपुर गुज्जर थाना कांठ और राजीव चौधरी निवासी ग्राम पचोकरा थाना छजलैट मुरादाबाद से रमन चौधरी निवासी मानपुर खानपुर थाना छजलैट ने कराई थी। इन तीनों व्यक्तियों ने मुझे ओर मेरे भाई को बताया था कि तुम गोकशी की घटना से संबंधित गाय के अवशेष समदपुर के आस-पास लाकर रख देना।
शाहबुद्दीन ने पुलिस को बताया कि बजरंग दल के जिला प्रमुख मोनू विश्नोई ने उससे कहा था कि तुम गाय के अवशेष रखने के बाद हमें बता देना। इसके बाद हम इस सूचना पर पुलिस पर दबाव बनाकर तुम्हारे विपक्षी महमूद उर्फ मोटा व अजहर को गोकशी के मुकदमे में जेल भिजवा देंगे। राजीव चौधरी द्वारा गौवंश का खाल व सिर रखने के लिए नईम निवासी सिकरी को 2000 रुपए का लालच भी दिया गया।
प्लान काम नहीं किया तो बोले एक बार फिर गोकशी करो
शाहबुद्दीन ने पुलिस को बताया कि कांवड़ पथ पर गाय के अवशेष रखने के मामले में उसके दुश्मन जेल नहीं गए तो उसने बजरंग दल नेता से नाराजगी जाहिर की। इसके बाद 23 जनवरी को मानपुर खानपुर निवासी रमन चौधरी हमसे मिला और आश्वासन दिया कि एक बार फिर से गौकशी करो तो इस बार हम पुलिस पर दबाव बनाएंगे। उसने हमें मोनू विश्नोई और राजीव चौधरी से भी मिलवाया था।
बजरंग दल नेता के कहने पर रखी थी लोअर में फोटो
शाहबुद्दीन ने पुलिस को बताया कि मोनू विश्नोई ने उससे कहा कि इस बार तुम जहां गाय के अवशेष डालोगे। वहां विपक्षी महमूद उर्फ मोटा की फोटो व उसके साथी अजहर का डायरी में नाम लिखकर उसे एक लोअर में डालकर मौके पर छोड़ देना। इसके बाद हमें कॉल कर देना। इसके बाद हम उसे नामजद करने का दबाव बनाएंगे। एसओ हमारी बात नहीं मानेगा तो हम धरना प्रदर्शन कर उसे चार्ज से हटवा देंगे।
दूसरी बार विधवा के घर से चोरी करके काटी गाय
अरेस्ट हुए शाहबुद्दीन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बजरंग दल नेता की बातों पर विश्वास करके उसने 28 जनवरी की रात को अपने गांव की विधवा महिला विमला देवी के घर से उसकी गाय चोरी कर ली थी। इसके बाद अपने ही गांव के महिपाल जाटव के खेत में ले जाकर गाय काट दी थी। इसके बाद मोनू विश्नोई, रमन और राजीव चौधरी के कहे अनुसार मौके पर महमूद उर्फ मोटा का फेसबुक से फोटो निकालकर मौके पर एक पर्स में डायरी के साथ रख दिया। साथ में कुछ रुपए भी रख दिए ताकि ऐसा न लगे कि पर्स को मौके पर प्लांट किया गया है।
इसके बाद रमन,मोनू व राजीव ने प्लानिंग करके पुलिस को सूचना देकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस को दोनों मुकदमे में समानता देखते हुए प्रदर्शन करने वालों पर संदेह हुआ। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी रमन, मोनू व राजीव की सीडीआर, कॉल डिटेल्स निकलवाई। इससे पूरा खेल उजागर हो गया।
बजरंग दल नेता समेत 4 अरेस्ट, 2 अभी फरार
SSP हेमराज मीणा ने बताया कि गोकशी की घटना को अंजाम देने और उसकी साजिश रचने के मामले में पुलिस ने शहाबुद्दीन, जमशेद, रमन चौधरी, मोनू विश्नोई उर्फ सुमित को अरेस्ट किया है। जबकि राजीव चौधरी अभी फरार हैं। दोनों फरार अभियुक्तों की अरेस्टिंग पर एसएसपी मुरादाबाद ने इनाम घोषित किया है।
SSP ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास है। मोनू विश्नोई पिछले दिनों थाने के बाहर एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला करने के मामले में भी जेल जा चुका है।