‘द टारगेट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज हुआ ,दिल्ली शहर के कलाकार नंदलाल आही का नाम
दिल्ली , साहित्य के क्षेत्र में निरन्तर अपनी पहचान बनाने वाले कलाकार नन्दलाल का नाम एक बार फिर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हुआ दर्ज। 1111 (एक हजार एक सो ग्यारह) पृष्ठों से तैयार की गई इस एतिहासिक पुस्तक का संपादन संगम पब्लिकेशन के संस्थापक आदरणीय ओम प्रकाश लववंशी कोटा (राजस्थान) के द्वारा किया गया है। इसमे देश प्रदेश के 127 चुनिंदा सह साहित्यकारों की चुनिंदा रचनाएं प्रकाशित है इस पुस्तक में सभी सहयोगी साहित्यकारों को दस दस पृष्ठ दिए गए थे, जिसमें एक पृष्ठ पर साहित्यकार का जीवन परिचय एवं 9 पृष्ठों पर उनकी रचनाएं प्रकाशित है । यह पुस्तक भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है जिसका (आईएसबीएन) 978-93-92944-72-7 है। इस पुस्तक का बाहरी कवर जितना सुन्दर है उतनी ही सुन्दर इसके अन्दर व्यवस्थित तरीके से सुसज्जित, क्रमबद्ध की हुई प्रेरणादायक रचनाएं है । इस पुस्तक को निःशुल्क संगम अकादमी एवं संगम पब्लिकेशन हाऊस कोटा राजस्थान (भारत) द्वारा ‘संगम’ नाम देकर प्रकाशित किया गया है ।
संगम अकादमी कोंटा राजस्थान के संस्थापक ओम प्रकाश लववंशी ने बताया कि उनके द्वारा संपादित पुस्तक संगम साझा संग्रह को द टारगेट बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। पुस्तक में दिल्ली शहर के कलाकार नन्दलाल आही सहित 127 श्रेष्ठ रचनाकारों की रचनाएं संकलित की गई हैं। पुस्तक की विशेषता इसमें 1111 पेज 145000 से अधिक शब्द, 127 को ऑथर है।
संपादक आदरणीय ओमप्रकाश लववंशी ने सभी सहयोगी साहित्यकारों को शुभकामनाएं एवम बधाई देकर बताया कि इस पुस्तक को ‘द टारगेट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है । जिसका श्रेय सभी सहयोगी साहित्यकारों को जाता है अतः सभी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया जाता है।