पावटा : शास्त्रों के अनुसार पीपल में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास : बस्तीनाथ
पावटा (राजेश कुमार हाडिया)। विश्व शांति और मानव कल्याण के उद्देश्य से बाबा बस्तीनाथ के सान्निध्य में पावटा कस्बा स्थित बालनाथ आश्रम बावडी में चल रहे वर्ष पर्यन्त 108 कुंडीय रूद्र महामृत्युंजय महायज्ञ में रविवार को 72 यज्ञों की श्रृंख्ला में द्वितीय पूर्णाहुती 21 अप्रैल को विधि विधान व पूजा अर्चना करवाकर यज्ञ संरक्षक महंत बस्तीनाथ द्वारा सम्पन्न करवायी गई। यहां रविवार को दिनभर मेले जैसा माहौल रहा।
इस मौके पर बालनाथ आश्रम में आयोजित 108 कुंडीय महामृत्युंजय महायज्ञ में मंदिर महंत बस्तीनाथ महाराज द्वारा सभी यजमानों को पीपल के पौधों का वितरण किया गया। यज्ञ संरक्षक बस्तीनाथ महाराज ने यजमानों व श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा की सनातन धर्म में पीपल को वृक्षों का राजा कहा गया है और शास्त्रों के अनुसार इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं और हमारे पितरों का वास होता है। साथ ही पीपल का वृक्ष भगवान विष्णु का जीवन्त और पूर्णत मूर्तिमान स्वरूप है। इसलिए इस वृक्ष को धार्मिक क्षेत्र में श्रेष्ठ देव वृक्ष की पदवी मिली और इसका विधिवत पूजन आरंभ हुआ। पद्म पुराण के अनुसार पीपल के वृक्ष को प्रणाम कर उसकी परिक्रमा करने से मानव की आयु लंबी होती है और जो व्यक्ति इसके वृक्ष पर जल अर्पित करता है उसके सभी पापों का अंत होकर स्वर्ग की प्राप्ति होती है। महाराज ने कहा की पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए आप सभी को दिए जा रहे पीपल के पौधों को अपने आसपास लगाकर बड़े होने तक इसका पूरा ख्याल रखना होगा।