पीलीभीत : बाघ ने किसान को मार डाला, गले-सीने पर पंजे मारे
पीलीभीत, बाघ ने एक और किसान को मार डाला। सुबह किसान अपने घर के सामने गन्ने की फसल देखने गया था। वहां खेत में पहले से बैठे बाघ ने उस पर हमला कर दिया। गन्ने के खेत में 20 मीटर अंदर तक घसीट ले गया।
चीख सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग पहुंचे और बाघ को भगाया। लेकिन तब तक किसान की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों को देखकर बाघ नाला पार कर दूसरे खेत में चला गया। किसान के सीने और गले पर गंभीर घाव थे।
सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना सोमवार सुबह न्यूरिया थाना क्षेत्र के बड़ी फुलहर गांव की है।
किसान की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। लोगों ने बाघ को रेस्क्यू करने और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। लोगों का कहना है कि बाघ दो माह से क्षेत्र में बाघ घूम रहा है। वन विभाग से कई बार शिकायत की गई। लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। किसान दयाराम (39) पुत्र हेमराज फुलहर गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और बेटी हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। भतीजे बृजलाल ने बताया कि चाचा दयाराम सुबह करीब 6:00 बजे खेत पर गए थे। इसी दौरान घात लगाए बैठे बाघ ने उन पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। चाचा की चीख सुनकर गांव के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े।
ग्रामीणों को देखकर बाघ नाला पार कर दूसरे खेत में चला गया। दयाराम की बेटी नंदरानी ने बताया- मैं तो ससुराल में थी। सुबह फोन पर जानकारी मिली कि पिताजी खेत पर गए थे, तभी उन पर बाघ ने हमला कर दिया। अब मैं किसे पापा कहूंगी? अब कौन मेरा ध्यान रखेगा।
वन विभाग के डीएफओ भरत कुमार ने घटना की पुष्टि की है। भरत कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। एहतियातन पूरे इलाके को घेर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि हमला किस वन्य जीव ने किया है।