प्रियंका गांधी संभालेंगी रायबरेली की विरासत!, सोनिया ने राज्यसभा के लिए भरा पर्चा
रायबरेली, सोनिया गांधी ने बुधवार को राज्यसभा के लिए राजस्थान से नामांकन कर दिया है। वर्तमान समय में सोनिया यूपी की रायबरेली सीट से कांग्रेस की लोकसभा सांसद हैं। राज्यसभा के लिए नामांकन करने के बाद एक बात तो तय हो गयी कि रायबरेली की लोकसभा सीट से वह चुनाव नहीं लड़ेगीं।
अब यूपी के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि गांधी परिवार के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली रायबरेली सीट पर इस बार चुनाव कौन लड़ेगा। इसके लिए प्रियंका गांधी के नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
सोनिया गांधी के अपनी परंपरागत सीट खाली करने के पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी इस सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। इसके साथ ही यहां से उनका पहला लोकसभा चुनाव होगा। चर्चा यह भी है सोनिया गांधी ने पिछले लोकसभा चुनाव में ही कहा था कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा।
रायबरेली सीट पर काम कर रहा संगठन
यूपी में कांग्रेस पिछले साढ़े तीन दशक से सत्ता से बाहर है। यूपी कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय लल्लू का कहना है, “अमेठी और रायबरेली गांधी परिवार की पारिवारिक सीट है। वह लोग खुद फैसला करेंगे। चुनाव किसी न किसी को लड़ना है। उसकी तैयारी में कांग्रेस का संगठन काम कर रहा है। कौन चुनाव लड़ेगा ये अभी सबके सामने आ जाएगा।”
रायबरेली की जनता में प्रियंका गांधी का क्रेज
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कपूर का कहना है कि 2019 के इलेक्शन के बाद से सोनिया गांधी एक्टिव नहीं दिखाई पड़ रही हैं। संसद की कार्यवाही में भाग तो लेती हैं, लेकिन वह रायबरेली नहीं आई। प्रियंका गांधी का रायबरेली से चुनाव लड़ने के पीछे की मुख्य वजह यह है कि 1999 में पहली बार प्रियंका रायबरेली पहुंची थी। अपने पिता के दोस्त रायबरेली सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार कैप्टन सतीश शर्मा के पक्ष में एक भाषण दिया था। सतीश शर्मा चुनाव जीत गए। रायबरेली की जनता में प्रियंका गांधी का क्रेज है।
प्रदीप कपूर यह भी कहते हैं कि प्रियंका गांधी के लिए रायबरेली का चुनाव लड़ना और चुनाव मैदान में जितना मौजूदा हालात में आसान नहीं है। क्योंकि जो कभी कांग्रेस के साथ खड़े थे आज उनके खिलाफ हैं।
रायबरेली से 3 बार कांग्रेस को मिली शिकस्त
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सोनिया गांधी की जगह प्रियंका गांधी को टिकट दिया जा सकता है। रायबरेली की सीट कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है। 1952 के पहले लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस यहां सिर्फ तीन बार हारी है। दरअसल यह सीट गांधी परिवार की विरासत वाली रही है।
फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू, शीला कौल जैसे लोग इस सीट से सांसद रहे हैं। ये चेहरे गांधी परिवार के ही सदस्य थे या फिर उनके रिश्तेदार रहे। जैसे फिरोज गांधी पंडित जवाहर लाल नेहरू के दामाद थे और शीला कौल उनकी पत्नी कमला नेहरू के भाई की पत्नी थीं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 19 फरवरी को अमेठी पहुंच रही है। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी। गौरीगंज के बाबूगंज में राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे। न्याय यात्रा यहीं रात्रि विश्राम करेगी। इसकी तैयारी भी पूरी हो गई है।
अमेठी के अलावा प्रियंका गांधी वाराणसी और रायबरेली के कार्यक्रमों में भी आ सकती हैं। वाराणसी में राहुल गांधी काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगे तो वहीं रायबरेली में एक बड़ी जनसभा का आयोजन होना है। अमेठी गांधी परिवार की कर्मभूमि है। ऐसे में सभी की निगाहें अमेठी में यात्रा के पहुंचने के बाद सफलता पर टिकी है।