Politics

राणा सांगा विवाद- अखिलेश सपा सांसद के घर पहुंचे: बोले- मुझे फूलन देवी जैसी हत्या की धमकी मिली

सपा प्रमुख अखिलेश यादव राणा सांगा को गद्दार कहने वाले रामजीलाल सुमन से मिलने आगरा पहुंचे। उन्होंने सपा सांसद का हाल-चाल जाना। इसके बाद कहा- मैं दलित सांसद रामजीलाल सुमन के साथ खड़ा हूं। मुझे धमकी मिल रही है कि जैसे फूलन देवी को मारा वैसे तुम्हें मारेंगे, आखिरकार इनके पीछे कौन हैं?

सपा प्रमुख ने कहा- आगरा में जो तथाकथित शक्ति प्रदर्शन हुआ, उसमें तलवारें लहराई गईं। आरोपियों को कार्रवाई का डर नहीं है। रामजीलाल सुमन के घर तोड़फोड़ की गई। यह हमला अचानक नहीं हुआ, बल्कि साजिश के तहत किया गया।

इधर, क्षत्रिय सभा और अन्य हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए सांसद के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई। सोसाइटी और आसपास पुलिस और PAC के 800 जवान तैनात रहे। सिर्फ उन्हीं लोगों को आईडी कार्ड देखकर एंट्री दी गई, जिनके नाम सांसद की ओर से पुलिस को दिए गए। रामजीलाल सुमन हरीपर्वत स्थित जिस HIG सोसाइटी में रहते हैं।

सवाल: रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर आपका क्या कहना है?

जवाब: जो इतिहास हमें आगे न बढ़ाता हो, हमारे-आपके बीच दूरियां पैदा करता हो, उसे इतिहास में ही रहने देना चाहिए। इतिहास में बहुत-सी ऐसी चीजें छिपी हैं, कुछ आपको अच्छी नहीं लगेंगी, कुछ हमें अच्छी नहीं लगेंगी।

सवाल: रामगोपाल आगरा आए थे। कहा था- 20 अप्रैल के बाद सपा सड़क पर उतरेगी। क्या रणनीति है?

जवाब: बाबा साहब के संविधान में हमें जो अधिकार मिले हैं, उसके तहत हम आगे बढ़ रहे हैं। जिन्होंने तलवारें लहराईं, गालियां दीं। उनके खिलाफ कार्रवाई कराकर रहेंगे। हम लोग संविधान को मानने वाले हैं।

सवाल: मुर्शिदाबाद में कत्लेआम हो रहे हैं, आप हिंदुओं के कत्लेआम पर नहीं बोल रहे, क्यों?

जवाब: भाजपा कभी महंगाई पर बात नहीं करती। किसानों की आय दोगुनी हुई या नहीं, इस पर बात नहीं करती। आपके आगरा के विकास पर बात नहीं करती। आप सभी जाम में फंसते होंगे।

सवाल: आगरा में करणी सेना के शक्ति प्रदर्शन पर क्या कहेंगे?

जवाब: आगरा में जिस तरह नंगी तलवारें, बंदूकें और डंडे लहराए गए। क्या सरकार ने इसकी परमिशन दी थी? परमिशन शांति से सम्मेलन करने की मांगी गई थी, जो प्रशासन ने दी। आपने देखा होगा, तोड़फोड़ से लेकर हमला तक किया गया। उनका इरादा जान लेने का था।

जिसने मुझे जान से मारने की धमकी दी, वो बहुत ही भोला-भाला और सीधा इंसान है। ऐसे ही बहुत सारे भोले-भाले लोग आए थे। उन्हें कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया गया। कठपुतली बनाने में धागा लखनऊ वालों के हाथ में था या दिल्ली वालों के हाथ में…ये उन्हें नहीं मालूम था।

Umh News india

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *