ऐसा रहस्यमयी पत्थर, जिसको पहनते ही रातोंरात बदल जाती है किस्मत
Neelam The Mysterious Stone : नीलम, जिसे आम भाषा में नीला नीलम कहा जाता है, सदियों से लोगों की जिज्ञासा और उम्मीदों से जुड़ा रहा है. जब भी किसी रत्न की चर्चा होती है जो डर, सम्मान और उम्मीद तीनों एक साथ पैदा करे, तो नीलम का नाम सबसे पहले आता है. कई लोग इसे एक ऐसा पत्थर मानते हैं जो जीवन की उलझनों में रास्ता दिखा सकता है, वहीं कई लोग इससे दूर रहने की सलाह देते हैं. कहानियां, मान्यताएं और अनुभव तीनों इस रत्न को और भी रहस्यमयी बना देते हैं. वैदिक ज्योतिष में इसे शनि से जोड़ा गया है, जिसे कर्म और समय का ग्रह कहा जाता है. इस कारण बहुत से लोग मानते हैं कि यदि नीलम सही समय पर, सही तरीके से और सही मन से पहना जाए, तो यह कामयाबी का दरवाज़ा खोल सकता है. लेकिन यह भी सच है कि हर चमकती चीज़ केवल जादू नहीं होती. नीलम जितना खूबसूरत है, उतना ही महंगा और चुनने में मुश्किल भी है. आज के दौर में, जहां लोग अपनी ऊर्जाओं, आत्मविश्वास और सोच पर ज़ोर देते हैं, नीलम जैसे रत्न का असर वैज्ञानिक कारणों से भले ही साबित न हो, मगर इसके मनोवैज्ञानिक प्रभाव को नज़रअंदाज़ करना आसान नहीं. यही वजह है कि नीलम का नाम आते ही उत्सुकता बढ़ जाती है क्या सच में यह पत्थर किसी की राह बदल सकता है? या इसके पीछे कहानियों और भावनाओं का असर ज़्यादा है? इसी सवाल के साथ आगे बढ़ते हैं और इस अनोखे रत्न को थोड़ा और करीब से समझते हैं. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
नीलम वास्तव में क्या है?
नीलम एक कठोर खनिज है जिसे उसका गहरा नीला रंग लोहा और टाइटेनियम जैसे तत्वों से मिलता है. यह इतना दुर्लभ और महंगा होता है कि हर कोई इसे खरीद भी नहीं पाता. बाज़ार में कई नीलम गर्मी देकर तैयार किए जाते हैं, जिससे उनका रंग और चमक बढ़ जाती है. असली नीलम पहचानना आसान नहीं होता, इसलिए इसे हमेशा भरोसेमंद जगह से लेना चाहिए.

