सुलतानपुर : पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर धोखाधड़ी का आरोप
सुलतानपुर में एक पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट देकर छात्रों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। छात्र प्रसंग सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि इंस्टीट्यूट ने उनसे डेढ़ लाख रुपये ठगे हैं। वे अब आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और इस संबंध में तिकोनिया पार्क में प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
बिरसिंहपुर, मोतिगरपुर निवासी प्रसंग सिंह ने बताया कि उन्होंने राम बरन स्नातकोत्तर महाविद्यालय विभारपुर, जयसिंहपुर स्थित एमएस पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट से श्री धर यूनिवर्सिटी, पिलानी, राजस्थान की मार्कशीट और प्रमाण पत्र प्राप्त किए थे। जब उन्होंने यूपी फार्मेसी काउंसिल, लखनऊ में पंजीकरण के लिए आवेदन किया, तो उन्हें पता चला कि उनके दस्तावेज फर्जी हैं।
छात्र को जान से माने की धमकी मिली
प्रसंग सिंह को तब यह जानकारी हुई कि एमएस पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट एक फर्जी संस्था है और वे धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। उन्होंने संस्था के प्रबंधक अजय कुमार सिंह, प्रशासक संजय सिंह, डायरेक्टर अमर सिंह और बड़े बाबू प्रज्जवल मिश्रा से संपर्क किया। प्रसंग सिंह के अनुसार, संजय सिंह ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने इस मामले में ज्यादा ‘उछल-कूद’ की तो उनका जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा।
इस धोखाधड़ी के संबंध में, प्रसंग सिंह के सहपाठी स्वपनिल सोनी ने 15 सितंबर 2024 को मोतिगरपुर थाने में एफआईआर (मु०अप०संख्या-237/24) दर्ज कराई थी। यह एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई थी। हालांकि, शिकायत दर्ज हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे छात्र न्याय से वंचित हैं।
प्रसंग सिंह ने जिलाधिकारी से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और नामजद आरोपियों को 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो वह अपने परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अन्न-जल त्यागकर आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।