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सुल्तानपुर : 2 दिन से बारिश, हालात बिगड़े,1 हजार घरों में पानी

सुल्तानपुर में लगातार बारिश से जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। सात लाख से अधिक आबादी अंधेरे में रह रही है। बिजली गुल होने के कारण लोग पीने के पानी तक को मोहताज हैं। सड़कें धंस गई हैं, चारो ओर पानी भरा है।

मूसलाधार बारिश के चलते 500 बीघे से ज्यादा धान और सब्जियों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। 100 से अधिक गांवों में आवागमन ठप है। कई गांव टापू बन गए हैं। यहां रह रहे लोग पलायन के लिए मजबूर हैं।

जयसिंहपुर में ब्लैकआउट, 80 हजार आबादी पानी को तरसी जयसिंहपुर के मोतिगरपुर ब्लॉक क्षेत्र के दियरा उपकेंद्र से मिलने वाली बिजली सप्लाई ठप है। इससे क्षेत्र की 50 हजार से अधिक आबादी को पीने का पानी तक नहीं पहुंच रहा। मोतिगरपुर के ढेमा उपकेंद्र पर 33 हजार की लाइन में फाल्ट आ गया है। यहां करीब 30 हजार की आबादी अंधेरे में जी रही है। यहां भी पानी की सप्लाई ठप है।

बारिश के कारण धान और गन्ने की 15-20 फीसदी फसल बर्बाद हो गई। मलिकपुर बखरा से ढेमा मार्ग पर रास्ता कट गया। सुल्तानपुर कला की दलित बस्ती में दो से ढाई फीट पानी लगा हुआ है।

जयसिंहपुर ब्लॉक क्षेत्र में तीन फीडर, बरौसा और बगिया में 40 गांव तो वहीं उघड़पुर फीडर पर फाल्ट के चलते 70 गांव की 2 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित है। क्षेत्र की एक तिहाई धान की फसल भी बर्बाद हो गई। हयातनगर, उघड़पुर, माधवपुर छतौना, सुरौली समेत कई गांवों में काफी नुकसान हुआ है।

कादीपुर में बिजली गुल, 50 गांवों में आवागमन ठप कादीपुर के अखंडनगर ब्लॉक क्षेत्र में लाखों की आबादी बिजली से प्रभावित है। जबकि, करौदीकला में 36 घंटे से ज्यादा समय से दो फीडर बंद हैं। लम्भुआ के भदैया ब्लॉक में चार फीडर ठप हो जाने से ढाई लाख की आबादी अंधेरे में है। यहां 50 गांव में जल भराव से आवागमन ठप है। जबकि, 70 गांव में 4-5 फीट तक पानी भरा हुआ है। 400 बीघे में लगी सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई हैं।

कच्चे मकान गिरे, मवेशियों की मौत लम्भुआ ब्लॉक क्षेत्र में बारिश के चलते शाहगढ कुटीवा निवासी राम मिलन का कच्चा मकान गिर गया। घर में पानी भर गया। परिवार किसी दूसरे के घर में रहने को मजबूर है। करनपुर निवासी लल्लन वर्मा का भी कच्चा मकान गिर गया, जिसमें दबकर मवेशी की मौत हो गई।

दुल्हापुर ग्रामसभा में कई बस्तियां जलमग्न हो गईं। लोगों के घरों में पानी घुस गया। ग्राम प्रधान कैलाश चंद दुबे गांव वालों की मदद के लिए अपने लोगों के साथ पहुंचे। पूर्व प्रधान संजय सिंह ने बताया कि उनके गांव गौतम का पुरवा तक जाने की एकमात्र सड़क भी बारिश में कटकर बह गई है। लोग गांव में फंस गए हैं।

अंडरपास में भी हुआ जलभराव सराय मंगा किंदीपुर की सड़क भी कट कर बह गई। वहीं लम्भुआ नगर पंचायत समेत कई वार्ड जलमग्न हो हैं। राणा नगर (बूधापुर) दलित बस्ती में बाढ़ जैसा नजारा है। कई लोगों के कच्चे मकान गिर गए हैं। कई रेलवे अंडरपास में पानी भर गया है। लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। सैकड़ों बीघे धान की फसल जलमग्न होने से किसान परेशान हैं।

नगर पंचायत लम्भुआ के तुलसी नगर वार्ड में बना 51 बीघे का तालाब पूरा डूब गया है। बगल में बनी गोशाला भी जलमग्न है। गोशाला में 100 से अधिक गोवंश फंसे नजर आए। जानकारी मिलने पर एसडीएम, सीओ एवं नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी मौके पर पहुंचे। गोवंश का बचाव कार्य शुरू कराया। तेज बारिश के चलते लम्भुआ तहसील क्षेत्र के नौगवां, चौपरिया, जमखुरी, शाहगढ कुटीवा, लोटिया, चौकिया, मकसूदन, नरेंद्रपुर मामपुर समेत एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं।

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