Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण भारत में आज क्यों नहीं दिखेगा, दीदार के लिए कब तक करना होगा इंतजार?
अंतरिक्ष में आज यानी सोमवार को एक अद्भुत और अनोखा नजारा देखने को मिलने वाला है. जी हां, सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण इसलिए भी खास है, क्योंकि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जिसमें कुछ मिनटों तक आकाश में अंधेरा छाया रहेगा. अमेरिका समेत दुनिया के कई हिस्सों के लोग आज पूर्ण सूर्य ग्रहण का दीदार करेंगे, मगर अफसोस की बात है कि भारत में यह दुर्लभ खगोलीय नजारा नहीं दिखेगा.
दरअसल, सोमवार को लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण, जिससे दिन के समय सूर्य अंधकारमय हो जाएगा, भारत और भारतीय उपमहाद्वीप में दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह क्षेत्र समग्रता के पथ से बाहर स्थित है. बता दें कि पूर्ण ग्रहण के दौरान जहां छाया पृथ्वी से टकराती है, उसे समग्रता का पथ कहा जाता है. पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के ठीक बीच में स्थित होता है, जिससे चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है. भारत के लोग इस खगोलीय घटना को केवल नासा लाइव स्ट्रीम के माध्यम से ही देख सकते हैं.
पूर्ण सूर्य ग्रहण यानी इस खगोलीय घटना का आज करोड़ों लोग गवाह बनेंगे. उम्मीद की जा रही है कि 31.6 मिलियन लोग इस खगोलीय घटना को देखेंगे, जो अमेरिकी राज्य टेक्सास में सोमवार रात 11.57 बजे शुरू होगा और मंगलवार को सुबह 1.05 बजे मेने (अमेरिकी शहर) में समाप्त होगा. ओक्लाहोमा, अर्कांसस, मिसौरी, इलिनोइस, केंटकी, इंडियाना, ओहियो, पेंसिल्वेनिया, न्यूयॉर्क, वर्मोंट और न्यू हैम्पशायर सहित कई अन्य अमेरिकी राज्यों में सूर्य ग्रहण दिखेगा.
इसके अलावा, खगोलीय घटना के सीधे मार्ग में आने वाले अमेरिकी शहरों में कोलंबस, क्लीवलैंड, टोलेडो, इंडियानापोलिस, बफ़ेलो, रोचेस्टर और लिटिल रॉक शामिल हैं. हालांकि, मेक्सिको और कनाडा के कुछ हिस्सों में भी पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा. मगर भारत में लोगों को यह दुर्लभ खगोलीय घटना नहीं देखने को मिलेगी. इसकी वजह है कि इस बार भारत सूर्य ग्रहम के समग्रता के पथ से बाहर है.
भारत में लोगों को ‘रिंग ऑफ फायर’ सूर्य ग्रहण देखने के लिए 21 मई, 2031 तक इंतजार करना होगा, जो देश भर के कई शहरों, खासकर केरल और तमिलनाडु में दिखाई देगा. जब 2031 में सूर्य ग्रहण होगा तो उस दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरते समय चंद्रमा सूर्य का लगभग 28.87 प्रतिशत भाग ढक लेगा. उस वक्त चंद्रमा सूर्य के केंद्र को ढक लेगा और इसके बाहरी किनारों को दृश्यमान छोड़ देगा, जिससे सूर्य ग्रहम रिंग ऑफ फायर की तरह दिखेगा.